सऊदी तेल संयंत्र हमले की जांच में मदद करेगा फ्रांस

डीएन ब्यूरो

सऊदी अरब के अरामको तेल संयंत्रों पर हुए हमले की जांच में शामिल होने के आमंत्रण के बाद फ्रांस ने अपने हाथ आगे बढ़ाये हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर


पेरिस: सऊदी अरब के अरामको तेल संयंत्रों पर हुए हमले की जांच में शामिल होने के आमंत्रण के बाद फ्रांस ने अपने हाथ आगे बढ़ाये हैं।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने बुधवार को सऊदी के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बात की और कहा कि अरामको तेल संयंत्रों पर हुए हमले की जांच में फ्रांस के विशेषज्ञ मदद करेंगे।

यह भी पढ़ें: लीबिया में ड्रोन हमले में तीन सैनिक मारे गये

यह भी पढ़ें | ओलांद का पेरिस संबंधी टिप्पणियों को लेकर ट्रंप पर पलटवार

एक बयान के अनुसार,“राष्ट्रपति मेक्रों ने तेल संयंत्रों पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने फ्रांस में रह रहे सऊदी के लोगों और प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को आश्वासन दिया है कि फ्रांस संयंत्रों पर हुये हमलों की पुख्ता जांच में सऊदी की मदद करेगा। इमैनुअल मैक्रों ने पुष्टि कर कहा है कि वह फ्रांस से विशेषज्ञों की टीम को जांच में शामिल होने के लिए भेजेंगे।”

इससे पहले मंगलवार को सऊदी ने जमीनी हकीकत को बारीकी से परखने तथा जांच में शामिल होने के लिए हमने सयुंक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वालो के खिलाफ कड़ा और स्पष्ट रुख अपनाने की भी अपील की है।

यह भी पढ़ें: आतंकवादी मसूद पर फ्रांस की बड़ी कार्रवाई, अपने देश में जब्त करेगा सभी संपत्तियां

यह भी पढ़ें | पेरिस: IMF के दफ्तर में 'लेटर बम' से ब्लास्ट, स्कूल में फायरिंग, देश भर में अलर्ट

गौरतलब है कि शनिवार को सऊदी की दो पेट्रोलियम कंपनियों में ड्रोन से हमला किया गया था। सऊदी दरअसल हौथी विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई में यमन को हवाई क्षेत्र में मदद मुहैया करा रहा है जिसके वजह से शुरूवात में माना जा रहा था की यह हमला हौथी विद्रोहियों ने किया है,लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने इसके पीछे ईरान का हाथ होने की बात कही थी। ईरान ने अमेरिका के इस आरोप को खारिज किया है।

सऊदी के रक्षा मंत्रालय ने हालांकि कहा है कि वह तेल संयंत्रों पर हुए हमले में ईरान की संलिप्तता का आज सबूत पेश करेगा। (वार्ता)










संबंधित समाचार