PM Modi in Uttarakhand: चुनाव से पहले PM मोदी ने उत्‍तराखंड को दी 17500 करोड़ की योजनाओं की सौगात, जानिये संबोधन की खास बातें

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड विधानसभा से चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरूवार को हल्द्वानी दौर पर पहुंचे, जहां से पीएम मोदी ने उत्तराखंड को 7500 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये इस मौके पर पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

हल्द्वानी में जनसभा को संबोधित करते पीएम मोदी
हल्द्वानी में जनसभा को संबोधित करते पीएम मोदी


हल्द्वानी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी एक बार फिर गुरुवार को राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित हल्‍द्वानी पहुंचे, जहां पीएम मोदी ने एमबी इंटर कॉलेज से उत्‍तराखंड को 17500 करोड़ की विकास योजनाओं की सौगात दी। इस मौके पर पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जहां पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार और विपक्षियों पर जमकर निशान साधा वहीं अपनी डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया।

पीएम मोदी ने टनकपुर-बागेश्‍वर रेल लाइन, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, आलवेदर रोड को लेकर भाजपा सरकार के कार्यों को उत्तराखंड के लिये ऐतिहासिक बताया। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी से संबोधन की कुछ खास बातें।

1) आज कुमाऊँ आने का सौभाग्य मिला तो कई पुरानी यादें ताज़ा हो गईं हैं। और ये इतनी आत्मीयता से आपने जो उत्तराखंडी टोपी मुझे पहनाई गई है, वो उसे पहनकर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है।

2) उत्तराखंड के लोगों का सामर्थ्य, इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाएगा। उत्तराखंड में बढ़ रहा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, चार धाम महापरियोजना, नए बन रहे रेल रूट्स, इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाएंगे।

3) उत्तराखंड से कितनी ही नदियां निकलती हैं। आजादी के बाद से ही, यहां के लोगों ने दो धाराएं और देखी हैं। एक धारा है- पहाड़ को विकास से वंचित रखने की। और दूसरी धारा है- पहाड़ के विकास के लिए दिन रात एक कर देने की।

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4) उत्तराखंड अपनी स्थापना के 20 साल पूरे कर चुका है। इन वर्षों में आपने ऐसे भी सरकार चलाने वाले देखे हैं जो कहते थे- चाहे उत्तराखंड को लूट लो, मेरी सरकार बचा लो। इन लोगों ने दोनों हाथों से उत्तराखंड को लूटा। जिन्हें उत्तराखंड से प्यार हो, वो ऐसा सोच भी नहीं सकते।

5) पहले जो सरकार में रहे हैं, ये उनका परमानेंट ट्रेडमार्क रहा है। आज यहां उत्तराखंड में जिस लखवाड़ प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ है, उसका भी यही इतिहास है। इस परियोजना के बारे में पहली बार 1976 में सोचा गया था। आज 46 साल बाद, हमारी सरकार ने इसके काम का शिलान्यास किया है।

6) जब हम किसी ऐतिहासिक स्थल पर जाते हैं तो वहां हमें ये बताया जाता है कि इस स्थान को इतने साल पहले बनाया गया था, ये इमारत इतनी पुरानी है। दशकों तक देश का ये हाल रहा है कि बड़ी योजनाओं की बात आते ही कहा जाता था- ये योजना इतने साल से अटकी है, ये प्रोजेक्ट इतने दशक से अधूरा है।

7) गंगोत्री से गंगासागर तक हम एक मिशन में जुटे हैं। शौचालयों के निर्माण से, बेहतर सीवरेज सिस्टम से और पानी के ट्रीटमेंट की आधुनिक सुविधाओं से गंगा जी में गिरने वाले गंदे नालों की संख्या तेज़ी से कम हो रही है।

8) केंद्र सरकार ने नैनीताल के देवस्थल पर भारत की सबसे बड़ी ऑप्टिकल टेलीस्कोप भी स्थापित की है। इससे देश-विदेश के वैज्ञानिकों को नई सुविधा तो मिली ही है, इस क्षेत्र को नई पहचान मिली है।

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9) कनेक्टिविटी के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के हर पहलू को अनदेखा किया गया। हमारी सेना और सैनिकों को सिर्फ और सिर्फ इंतज़ार ही कराया।

10) आज दिल्ली और देहरादून में सत्ताभाव से नहीं, सेवाभाव से चलने वाली सरकारें हैं। पहले की सरकारों ने सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद कैसे इस क्षेत्र की अनदेखी की, ये राष्ट्ररक्षा के लिए संतानों को समर्पित करने वाली कुमाऊं की वीर माताएं भूली नहीं हैं।

11) उत्तराखंड तेज़ विकास की रफ्तार को और तेज़ करना चाहता है। आपके सपने, हमारे संकल्प हैं; आपकी इच्छा, हमारी प्रेरणा है; और आपकी हर आवश्यकता को पूरा करना हमारी ज़िम्मेदारी है।










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