इस मौसम में खुद को हम कैसे स्वस्थ और सुरक्षित रखें
आजकल तापमान में उतार-चढ़ाव शुरू हो गया है। दिन का तापमान बढ़ जाता है तो रात में पारा कम हो जाता है। ऐसे में थोड़ी असावधानी आपकी सेहत बिगाड़ सकती है, घर से निकलते वक्त धूप रहती है तो हम गर्म कपड़े कम पहनते है और शाम में दफ्तर से निकले तो धीरे-धीरे ठंडी हवा के कारण ठंड़ लगती है। ऐसे में थोड़ी भी लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।
नई दिल्ली: आजकल तापमान में उतार-चढ़ाव शुरू हो गया है। दिन का तापमान बढ़ जाता है तो रात में पारा कम हो जाता है। ऐसे में थोड़ी असावधानी आपकी सेहत बिगाड़ सकती है, घर से निकलते वक्त धूप रहती है तो हम गर्म कपड़े कम पहनते है और शाम में दफ्तर से निकले तो धीरे-धीरे ठंडी हवा के कारण ठंड़ लगती है। ऐसे में थोड़ी भी लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। कमजोर शरीर वाले, छोटे बच्चे, बुजुर्ग, वैसी महिलाएं जिन्हें एनीमिया की समस्या है, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग मै ये समस्या देखने को ज्यादा मिलती है।
धीरे-धीरे मौसम बदलता जाएगा, जिसमें दिन में गर्मी और रात में ठंडक रहेगी। इस मौसम में लोग कपड़े हटाने या कम करने की कोशिश करने लगते हैं। लेकिन यह कोशिश उन्हें बुखार और सांसों की बीमारी से लेकर अटैक तक का झटका दे सकती है। इसलिए कुछ सावधानी बरतने की जरुरत है।
1. ग्रीन टी
अगर आपको चाय पीना पसंद नहीं तो आप ग्रीन टी का भी सेवन कर सकते हैं। ग्रीन टी आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। ग्रीन टी को बनाते वक्त आप इसमें तुलसी, छोटी इलायची आदि का भी प्रयोग कर सकते हैं।
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2. काले चने और मूंग दाल का सूप
काले चने और मूंग दाल का सूप हेल्दी भी होता है और स्वादिष्ट भी। इन्हें पीसकर पेस्ट बना लें और जैसे सूप बनता है वैसे ही बनाएं। स्वाद के लिए काली मिर्च आदि मिलाएं।
3. दमे के रोगी एलर्जी से रहें दूर
धूल, सिगरेट का धुआं, पालतू जानवरों, धूल मिट्टी वाली जगह, वायु प्रदूषण आदि से दूर रहे। आपको जिन चीजों से एलर्जी हो, उनसे दूर रहें।
4. हेल्दी का उपयोग
हेल्दी का उपयोग गर्म दूध में करे। और हेल्दी का काढ़ा बना कर पिये।
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5. साफ-सफाई का थोड़ा खयाल रखे
बुखार आमतौर पर साफ-सफाई का थोड़ा खयाल रखने से 5-7 दिनों में खुद ही ठीक हो जाता है। सावधानियां न बरती जाएं और बुखार लगातार जारी रहे, तो निमोनिया या फेफड़े में संक्रमण की समस्या हो सकती है।
6 पुरे कपड़े पहने।
7 शरीर में पानी की कमी न होने दे।
8 बच्चो को धुप में नहलाये।