Himachal Politics: हिमाचल की सुक्खू सरकार का सियासी गणित बिगड़ा, कांग्रेस के 6 बागी MLA अयोग्य घोषित

डीएन ब्यूरो

हिमाचल प्रदेश में सियासी रस्साकस्सी का दौर जारी है। विधान सभा स्पीकर ने कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को बागी घोषित कर दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सुक्खू सरकार पर संकट
सुक्खू सरकार पर संकट


शिमला/नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)में कांग्रेस सरकार (Congress Government) पर छाया सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) का सियासी गणित भी गड़बड़ाता दिख रहा है। सीएम सुक्खू द्वारा राज्य में पूरे पांच साल सरकार चलाने के दावे के अगले दिन गुरूवार को हिमाचल प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बड़ी कार्रवाई की है, जिससे राज्य में सियासी समीकरण बदल गये है। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार दलबदल कानून के तहत विधानसभा के स्पीकर ने कांग्रेस के छह बागी विधायकों की सदस्यता खत्म कर दी गई है। इन विधायकों ने राज्य सभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी। संसदीय कार्य मंत्री ने दल-बदल कानून के तहत याचिका दायर की थी, जिस पर स्पीकर ने यह बड़ा एक्शन लिया।

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क्रॉस वोटिंग करने वाले छह विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए याचिका पर स्पीकर ने कल दोनों पक्षों (कांग्रेस और भाजपा) को सुना था। गुरूवार को स्पीकर ने इस मामले पर अपना फैसला सुनाया है। 

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इस फैसले को लेकर कहा कि छह विधायक, जिन्होंने चुनाव कांग्रेस से लड़ा और दलबदल विरोधी कानून के तहत उनके खिलाफ याचिका मिली। मैंने अपने 30 पेज के आदेश में काफी विस्तार से इसकी जानकारी दी है। मैंने उन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है, अब वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं है।

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कांग्रेस के 6 विधायकों की सदस्यता रद्द होने से सुक्खू सरकार का नंबर गेम बिगड़ गया है। अयोग्य करार दिये गये विधायकों को हटना के बाद अब सदन की स्ट्रेंथ 62 हो गई है। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा भी 32 पर आ गया है। सुक्खू सरकार के पास अब केवल 30 विधायक बताये जा रहे है, क्योंकि 4 विधायक सीएम द्वारा बुलाये गये ब्रेकफास्ट में भी शामिल नहीं हुए।










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