घंटी बजते ही लॉर्ड्स और ईडन गार्डन की जमात में शामिल हुआ होलकर स्टेडियम
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी स्पर्धा के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार से तीसरे टेस्ट की शुरुआत के साथ ही इंदौर के होलकर स्टेडियम में घंटी बजाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले के आगाज की परंपरा की भी शुरुआत हो गई। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
इंदौर: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी स्पर्धा के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार से तीसरे टेस्ट की शुरुआत के साथ ही इंदौर के होलकर स्टेडियम में घंटी बजाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले के आगाज की परंपरा की भी शुरुआत हो गई। मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर और इंदौर के पूर्व होलकर राजवंश के रिचर्ड होलकर ने होलकर स्टेडियम में खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम के सामने लगाई गई पीतल की बड़ी घंटी बजाई और दर्शकों को भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट के औपचारिक आगाज का संकेत दिया।
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उन्होंने बताया, ‘‘इंदौर का होलकर स्टेडियम लंदन के लॉर्ड्स और कोलकाता के ईडन गार्डन जैसे मशहूर मैदानों की जमात में शामिल हो गया है जहां घंटी बजाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले की शुरुआत की परंपरा निभाई जाती है।’’
अधिकारी ने बताया कि टेस्ट मैच के दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ ने होलकर स्टेडियम में भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू की आदमकद वाली बड़ी प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसमें नायडू को फौजी वेश-भूषा में दिखाया गया है।
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गौरतलब है कि तत्कालीन होलकर राजवंश की सेना में कर्नल की मानद उपाधि से विभूषित नायडू की कप्तानी में भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 1932 में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
एमपीसीए अधिकारी ने बताया कि नायडू की प्रतिमा को एमपीसीए के प्रस्तावित संग्रहालय में रखे जाने की योजना है।