‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेयरेशन’ पर आम-सहमति बनने की आशा: भारत

डीएन ब्यूरो

जी20 शिखर सम्मेलन से पहले भारत ने शुक्रवार को कहा कि ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेयरेशन’ लगभग तैयार है और इस पर आम-सहमति बनाने की दिशा में बातचीत चल रही है।पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेयरेशन
नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेयरेशन


नयी दिल्ली: जी20 शिखर सम्मेलन से पहले भारत ने शुक्रवार को कहा कि ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेयरेशन’ लगभग तैयार है और इस पर आम-सहमति बनाने की दिशा में बातचीत चल रही है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक जी20 से जुड़े भारत के शीर्ष अधिकारियों ने सम्मेलन से पहले प्रेस वार्ता में कहा कि उन्हें आम-सहमति से एक संयुक्त घोषणापत्र तैयार किये जाने की उम्मीद है। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध और जलवायु संबंधित मुद्दों जैसे जटिल विषयों पर विस्तार से कुछ नहीं कहा।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने नई दिल्ली घोषणापत्र पर यूक्रेन मुद्दे के कारण समझौते में रुकावट संबंधी सवाल के जवाब में कहा, ‘‘भारत को उम्मीद है कि जी20 के सभी सदस्य आम-सहमति की ओर बढ़ेंगे।’’

जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किये जाने की संभावना पर क्वात्रा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शनिवार से शुरू हो रहीं सम्मेलन की कार्यवाहियों में इस पर उचित फैसला लिया जाएगा।

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भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेयरेशन’ ‘ग्लोबल साउथ ’ (वैश्विक दक्षिण) और विकासशील देशों की आवाज बनेगा।

‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।

जी20 शेरपा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया था कि भारत की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्योन्मुखी और निर्णायक होनी चाहिए।

कांत ने कहा, ‘‘इन चार सिद्धांतों पर हमने काम किया है। ‘नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेयरेशन’ लगभग तैयार है। मैं इस बारे में विस्तार से बात नहीं करुंगा क्योंकि इसे सम्मेलन के दौरान नेताओं को सौंपा जाएगा और उनकी सहमति के बाद हम इस घोषणापत्र की वास्तविक उपलब्धियों के बारे में बात कर पाएंगे।’’

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उन्होंने कहा कि देशभर में 60 शहरों में जी20 से संबंधित 220 से अधिक बैठकें हुई हैं जिससे भारत की विविधता और संघीय ढांचे की झलक प्रदर्शित होती है।

 










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