Floods in UP: यूपी में बाढ़ से हाहाकार, इन 13 जिलों के सैकड़ों गांव संकट में, हजारों लोग प्रभावित, नदियां उफान पर, जानिये ये बड़े अपडेट
उत्तर प्रदेश के 13 जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और गंगा यमुना तथा शारदा समेत कई नदियां उफान पर हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 13 जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और गंगा यमुना तथा शारदा समेत कई नदियां उफान पर हैं।
राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के अलीगढ़, बिजनौर, बदायूं, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, कासगंज, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली जिलों के 331 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सैलाब से प्रभावित कुल 25281 लोगों की मदद के लिए 61 शरण स्थल बनाए गए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक गंगा नदी कचला ब्रिज (बदायूं) और फतेहगढ़ (फर्रुखाबाद) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, नरौरा (बुलंदशहर) में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है। इसके अलावा यमुना नदी मावी (मुजफ्फरनगर) तथा प्रयाग घाट (मथुरा) में और शारदा नदी पलिया कलां (लखीमपुर खीरी) में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, गाजियाबाद से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक हिंडन नदी की बाढ़ से कई आवासीय कॉलोनी जलमग्न हो गई हैं। साहिबाबाद के करहेड़ा के अनेक घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
यह भी पढ़ें |
UP Politics: ओमप्रकाश राजभर ने सीएम योगी की मुलाकात, जानिये दोनों के बीच क्या हुई बात
साहिबाबाद के सहायक पुलिस आयुक्त भास्कर वर्मा ने रविवार को बताया कि बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से हिंडन नदी उफान पर है और उसका पानी करहेड़ा गांव में स्थित अनेक कॉलोनी में दाखिल हो गया है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और साहिबाबाद पुलिस की टीम ने करहेड़ा गांव की प्रभावित कॉलोनियों से 50 से अधिक लोगों को मोटर बोट के जरिए बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
वर्मा ने बताया कि बाढ़ की वजह से वन के नजदीक तटबंध टूट गया है और अधिकांश क्षेत्र तथा आसपास की कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। प्रशासन ने गाजियाबाद के निवासियों के सैर स्थल 'सिटी पार्क' को बंद कर दिया है। एनडीआरएफ शहर के अताउर नंगला और करहेड़ा में बचाव अभियान चला रहा है।
उन्होंने बताया कि नंद ग्राम थाना क्षेत्र के अटौर नंगला और नूर नगर गांव भी बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। कई गलियों और घरों में आठ फीट से ज्यादा पानी भर गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालकर करहेड़ा में बनाये गये राहत शिविर में भेज दिया गया है।
यह भी पढ़ें |
Flood in UP: यूपी के 670 गांवों में बाढ़ का कहर, 17 जिले भारी संकट में, सैकड़ों लोग प्रभावित, मंत्री-अधिकारी ले रहे जायजा
राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन लोगों की तथा सांप के काटने से एक व्यक्ति समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई
इस बीच, मौसम केंद्र लखनऊ की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अलग-अलग स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हुई। इस दौरान वाराणसी और मड़ियाहूं (मिर्जापुर) में तीन-तीन सेंटीमीटर, जौनपुर, जमानिया (गाजीपुर), हंडिया (प्रयागराज) मिर्जापुर और बुढ़ाना (मुजफ्फरनगर) में दो-दो सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। प्रदेश में मानसून के आगामी 25 जुलाई से एक बार फिर जोर पकड़ने का अनुमान है और 25 तथा 26 जुलाई को प्रदेश में अनेक स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है।