राष्ट्रपति ट्रंप की ईरान को धमकी, कहा हमें नुकसान पहुंचाया तो...
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि यदि उसने अपने शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए कोई जवाबी कार्रवाई की, तो उस पर अब तक का सबसे जोरदार हमला किया जाएगा।
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि यदि उसने अपने शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए कोई जवाबी कार्रवाई की, तो उस पर अब तक का सबसे जोरदार हमला किया जाएगा। साथ ही, अमेरिका ने इस खाड़ी देश में 52 संभावित लक्ष्यों की पहचान भी की है। दरअसल ईरान ने शुक्रवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में बगदाद में मेजर जनरल सुलेमानी (62) के मारे जाने के बाद बदला लेने का संकल्प लिया है। इस हमले में इराक के हशद अल शाबी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख भी मारे गए हैं। सुलेमानी का मारा जाना ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ाने वाला अब तक सर्वाधिक नाटकीय घटनाक्रम है। ट्रंप ने शनिवार रात ईरान को चेतावनी दी कि यदि ईरान अमेरिकी सैन्य कर्मियों या परिसम्पत्ति पर हमला करता है तो ईरान में 52 स्थानों को अमेरिका निशाना बनाएगा, जिनमें से कुछ स्थल ईरान और ईरानी संस्कृति के लिए बहुत अहम हैं।
....targeted 52 Iranian sites (representing the 52 American hostages taken by Iran many years ago), some at a very high level & important to Iran & the Iranian culture, and those targets, and Iran itself, WILL BE HIT VERY FAST AND VERY HARD. The USA wants no more threats!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 4, 2020
ट्रम्प ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे द्वारा उसके उस आतंकी नेतृत्वकर्ता से दुनिया को निजात दिलाने के बाद ईरान बदले की कार्रवाई के तहत कुछ खास अमेरिकी परिसंपत्तियों को निशाना बनाने के बारे में बोल रहा है...जिसने हाल ही में एक अमेरिकी की हत्या की थी और कई अन्य को बुरी तरह से घायलकर दिया था...यहां इस बात का जिक्र नहीं कर रहा कि उसने हाल ही में सैकड़ों ईरानी प्रदर्शनकारियों की हत्या करने सहित अपने पूरे जीवनकाल में कितने सारे लोगों की हत्या की। उन्होंने कहा वह हमारे दूतावास पर पहले ही हमला कर चुका है और अन्य स्थानों पर हमले की तैयारी कर रहा है। ईरान कुछ और नहीं बल्कि कई बरसों से समस्या बना हुआ है।
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They attacked us, & we hit back. If they attack again, which I would strongly advise them not to do, we will hit them harder than they have ever been hit before! https://t.co/qI5RfWsSCH
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 5, 2020
ट्रंप ने कहा, ‘‘इसे चेतावनी समझा जाए कि यदि ईरान ने किसी अमेरिकी या अमेरिकी परिसंपत्ति पर हमला किया तो हम 52 ईरानी स्थलों (कई साल पहले ईरान द्वारा 52 अमेरिकी को बंधक बनाए जाने के प्रतीक के तौर पर) को निशाना बनाएंगे, जिनमें से कुछ स्थान बहुत उच्च स्तर के और ईरान एवं ईरानी संस्कृति के लिए अहम हैं तथा उन लक्ष्यों पर और ईरान पर बहुत तेजी से बहुत जोरदार तरीके से हमला किया जाएगा। अमेरिका कोई और खतरा नहीं चाहता है।
The United States just spent Two Trillion Dollars on Military Equipment. We are the biggest and by far the BEST in the World! If Iran attacks an American Base, or any American, we will be sending some of that brand new beautiful equipment their way...and without hesitation!
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— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 5, 2020
ट्रंप ने 10 घंटे से भी कम समय के अंतराल में ईरान को एक और चेतावनी देते हुए कहा कि यदि तेहरान ने जवाबी कार्रवाई की तो ईरान पर अमेरिका अब तक सबसे जोरदार हमला करेगा।ट्रंप ने तेहरान से बदले की कार्रवाई की टिप्पणी आने के बीच मध्य रात्रि में ट्वीट कर कहा उन्होंने (ईरान ने) हम पर हमला किया और हमने जवाबी हमला किया। यदि उन्होंने (ईरान ने) फिर से हमला किया जो मैं उन्हें नहीं करने की सलाह देता हूं, तो हम अब तक का सबसे जोरदार हमला करेंगे। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा अमेरिका ने सैन्य उपकरणों पर दो हजार अरब डॉलर अभी खर्च किए हैं। हम दुनिया में सबसे बड़े और सर्वश्रेष्ठ हैं। यदि ईरान अमेरिकी सैन्य अड्डे या किसी अमेरिकी पर हमला करता है तो हम अपने कुछ एकदम नए उपकरण... बिना किसी हिचकिचाहट के उनके खिलाफ इस्तेमाल करेंगे।
ट्रंप की टिप्पणियों पर जवाब देते हुए ईरानी विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा कि सांस्कृतिक स्थलों को निशाना बनाना युद्ध अपराध है। जरीफ ने अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का जिक्र करते हुए ट्वीट किया शुक्रवार के कायराना हमले में अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन किया गया। डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से ऐसा उल्लंघन करने की धमकी दी है, लेकिन सांस्कृतिक स्थलों को निशाना बनाना एक युद्ध अपराध है चाहे जैसे भी हो पश्चिम एशिया में अमेरिका की मौजूदगी का खत्म होना शुरू हो गया है। अमेरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी के मारे जाने के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है।
सुलेमानी को ईरान में वहां के सर्वोच्च नेता अयातोल्ला अली खामेनेई के बाद दूसरा सर्वाधिक शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता था। सुलेमानी का कुद्स बल (ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की एक शाखा) सीधे खामेनेई को रिपोर्ट करता था और वह एक राष्ट्र नायक माने जाते थे। खामेनेई ने अपने जनरल की हत्या का बदला लेने का संकल्प लेते हुए कहा है कि हमले के पीछे मौजूद अपराधियों के लिए गंभीर बदला इंतजार कर रहा है। (भाषा)