डाइनामाइट न्यूज की खबर का एक बार फिर बंपर असर, बरगदवां का घूसखोर एसओ लाइनहाजिर, मुंशी निलंबित

डीएन संवाददाता

उत्तर भारत के सबसे बड़े और लोकप्रिय न्यूज़ पोर्टल डाइनामाइट न्यूज़ की खबर का एक बार फिर बंपर असर सामने आया है। महराजगंज जिले के मनबढ़ और घूसखोर थानेदार अनिल कुमार और इसके साथी मुंशी पर तेज-तर्रार एसपी आरपी सिंह ने अपना डंडा चलाया है।

बरगदवां थाने का मेन गेट
बरगदवां थाने का मेन गेट


महराजगंज: ढ़ाई महीने तक नारायणपुर गांव की इमरती देवी कोर्ट का आदेश लिये भटकती रही लेकिन पांच हजार की रिश्वत न मिलने के कारण बरगदवां के घूसखोर थानेदार ने इस गरीब महिला का मुकदमा दर्ज नही होने दिया। अब इस मनबढ़ थानेदार पर पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह ने अपना कहर बरपाया है। 

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डाइनामाइट न्यूज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक एसओ अनिल कुमार को लाइन हाजिर किया गया है जबकि उसके साथी मुंशी वीरेन्द्र मिश्रा को निलंबित किया गया है।

बचने के लिए देता रहा झूठी दलीलें

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जब महिला की एफआईआर दर्ज न होने की खबर डाइनामाइट न्यूज़ ने फोड़ी तो इसके तत्काल बाद डीजीपी मुख्यालय हरकत में आया और नौतनवा के सीओ को इसकी जांच सौंप रिपोर्ट मांगी। उसके बाद यह घूसखोर थानेदार अपने बचाव में तरह-तरह की झूठी दलीलें देने लगा कि जिस सर्वेश गुप्ता ने वीडियो बनाया है उसे साम्प्रदायिक हिंसा के मामले में गुंडा एक्ट लगाकर जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। गुमराह करने वाली ये झूठी दलीलें उसकी कुर्सी नही बचा पायी।

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राजेश होंगे बरगदवा के नये थानेदार

श्यामदेउरवा थाने में तैनात रहे उपनिरीक्षक राजेश कुमार पर अब एसपी ने अपना भरोसा जताया है और उसे बरगदवां का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है।

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अंदर की खबर डाइनामाइट न्यूज़ के हाथ यह भी लगी है कि दो दिन पहले इस रिश्वतखोर थानेदार ने एसपी को ठूठीबारी से चोरी हुई एक पिकअप गाड़ी के बारे में गुमराह करने का भी काम किया। जैसे ही कप्तान को गाड़ी चोरी की खबर पता लगी उन्होंने तत्काल बरगदवां, परसामलिक, नौतनवा आदि थानेदारों को अलर्ट किया कि वे तत्काल सघन चेकिंग करें लेकिन यह घूसखोर दरोगा कप्तान की बात तक नही माना और थाने के अंदर ही बैठा रहा। जबकि मुंशी वीरेन्द्र मिश्रा वायरलेस पर गुमराह करता रहा कि थानेदार चेकिंग अभियान पर है। इन सबसे आजिज आकर जिले के दमदार कप्तान का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और एक ही झटके में ही एसओ अनिल कुमार और इसका सहयोगी मुंशी दोनों निपटा दिये गये।

 










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