Solar Eclipse 2020: जानिये, साल के सबसे बड़े सूर्य ग्रहण की कुछ खास बातें और इसके प्रभाव
आज यानी 21 जून को 25 सालों में अब तक का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है। इसे बड़े सूर्यग्रहण से जुड़ी कुछ बातें भी बेहद अहम हैं। जानिये, इससे जुड़ी कुछ खास बातें..
नई दिल्ली: आज यानी 21 जून को अब से थोड़ी देर में 25 सालों का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण लगने वाला है। सूर्य ग्रहण 21 जून को सुबह 09.15 बजे से शुरू होकर दोपहर 03.04 मिनट पर खत्म होगा। यह सबसे लंबा समय है। लगभग 05 घंटे 49 मिनट तक यानी करीब 6 घंटे के इस ग्रहण में ग्रहों के संयोग से आम आदमी औऱ पूरे दुनिया पर इसके खास प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
जानिये, इस सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ खासे बातें।
25 साल बाद ये पहला मौका है, सूर्य ग्रहण वलायाकार यानी अंगूठी की तरह दिखने वाला नजर आयेगा। इससे पहले 1995 में इस तरह का ग्रहण देखा गया था।
ज्योतिषियों के अनुसार कोरोना जैसी महामारी के दौर में लगने वाला यह सूर्य ग्रहण काफी अशुभ है। इससे भारत समेत पूरी दुनिया में रोग और महामारी वाला ग्रहण साबित हो सकता है।
यह भी पढ़ें |
Solar Eclipse 2020: सूर्यग्रहण के चलते लखनऊ में खास तैयारियां, शाम 4 बजे तक सभी मंदिर बंद
यह सूर्य ग्रहण भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में दिखाई देगा। भारत में यह , हरियाणा के सिरसा, रतिया और कुरुक्षेत्र, राजस्थान के सूरतगढ़ और अनूपगढ़ तथा उत्तराखंड के देहरादून, चंबा, चमोली और जोशीमठ जैसे क्षेत्रों से ‘अग्नि-वलय’ एक मिनट तक दिखेगा।
इन जगहों पर सूर्य ग्रहण का पूर्ण छल्ला 98.6 फीसदी तक दिखाई दे सकता है।
भारत के अलावा यह पाकिस्तान, चीन, सेंट्रल अफ्रीका के देश, कॉन्गो, इथोपिया, नॉर्थ ऑफ ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर और यूरोप के अलग-अलग देशों में दिखाई देगा।
इन बातों के रखें ध्यान
यह भी पढ़ें |
साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण आज, रखें इन चीजों का ख्याल
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए। विज्ञान के अनुसार नग्न आंखों से सूर्य ग्रहण देखना आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है। सोलर फिल्टर चश्मे या फिर टेलीस्कोप की मदद से सूर्य ग्रहण देख सकते हैं। इसके अलावा सूर्य ग्रहण देखने के लिए बाजार में कई सर्टिफाइड चश्में उपलब्ध हैं।