INDIA Alliance Meet: इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक पर जे. पी. नड्डा ने कसा बड़ा तंज, जानिए क्या बोले

डीएन ब्यूरो

भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि यह एक ‘वर्चुअल’ गठबंधन है, जो महज औपचारिकता लिए ‘वर्चुअल’ बैठकें कर रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा
भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा


नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि यह एक ‘वर्चुअल’ गठबंधन है, जो महज औपचारिकता लिए ‘वर्चुअल’ बैठकें कर रहा है और इसके नेताओं का दो-सूत्रीय एजेंडा अपने परिवारों और संपत्ति को बचाना है।

नड्डा ने पहली बार मतदान में हिस्सा लेने वाले युवकों से जुड़ने के मकसद से ‘नमो नवमतदाता अभियान’ शुरू करने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विकसित भारत, युवाओं, किसानों एवं महिलाओं को सशक्त बनाने और गरीबी दूर करने के लिए काम कर रहे हैं, जबकि विपक्ष ‘‘मोदी हटाओ’’ की बात करता है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार नड्डा ने कहा कि उन्होंने जब ‘इंडिया’ में शामिल दलों की बैठक के बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया कि वे ‘वर्चुअल’ तरीके से मुलाकात कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘एक ‘वर्चुअल’ गठबंधन केवल ‘वर्चुअल’ बैठकें करेगा। यह औपचारिकताओं के लिए ऐसा करेगा।’’

नड्डा ने ममता बनर्जी, शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला और एम के. स्टालिन सहित अन्य नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब इस दुनिया को अलविदा कर चुके एम. करुणानिधि और प्रकाश सिंह बादल समेत कई नेता हमेशा अपने बच्चों के राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित रहते थे।

उन्होंने सवाल किया कि क्या अखिलेश यादव को अपनी पत्नी और लोकसभा सदस्य डिंपल यादव की चिंता नहीं है?

यह भी पढ़ें | भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक को लेकर हुए हमलावर, जानिये क्या-क्या कहा

नड्डा ने दावा किया कि वे सभी किसी न किसी मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वे भ्रष्टाचार करते हैं, लेकिन जांच एजेंसियों को अपशब्द कहते हैं।

उन्होंने कांग्रेस के दो पूर्व अध्यक्षों- सोनिया गांधी और राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों जमानत पर हैं।

नड्डा ने कहा कि मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर जोर देकर राजनीति को फिर से परिभाषित किया है और विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है।

उन्होंने कहा, ‘‘वे यह समझ नहीं पा रहे कि उन्हें कौन से मुद्दे उठाने चाहिए।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि वे (विपक्षी दल) धर्म और जाति के नाम पर बांटो और राज करो का सहारा लेते थे, लेकिन मोदी ने यह पुराना दृष्टिकोण बदल दिया है।

नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं को चार सबसे बड़ी जातियों के रूप में पहचाना है।

उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर स्पष्ट रूप से निशाना साधते हुए कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित मुद्दे अब उठाए जा रहे हैं, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दशकों तक उनके सशक्तीकरण संबंधी रिपोर्ट दबाकर बैठे रहे।

यह भी पढ़ें | LS Polls: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा का नया प्लान आया सामने

उन्होंने कहा कि मोदी ही हैं, जिन्होंने ओबीसी के लिए बहुत कुछ किया है।

भाजपा अध्यक्ष ने साधुओं पर कथित हमले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को ऐसे समय में भगवा रंग से परेशानी है, जब पूरा देश भगवान राम की भक्ति में डूबा हुआ है।

नड्डा ने पार्टी की युवा शाखा के सदस्यों से कहा कि कई युवा अराजनीतिक होने का अक्सर दावा करते हैं, जो वास्तविकता से आंखें मूंदने जैसा है।

उन्होंने कहा, ‘‘परिस्थिति कुछ भी हो, आपको राजनीतिक होना होगा। आपको समझना होगा कि क्या अच्छा है और क्या बुरा।’’










संबंधित समाचार