भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में संघर्ष के शेष इलाकों से पीछे हटने के प्रस्तावों पर चर्चा की
नयी दिल्ली, भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर संघर्ष के शेष इलाकों से पीछे हटने के प्रस्तावों पर ‘खुले और रचनात्मक’ तरीके से चर्चा की और जल्द ही किसी तिथि पर अगले दौर की सैन्य स्तर की वार्ता आयोजित करने पर सहमति जतायी।
नयी दिल्ली: भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर संघर्ष के शेष इलाकों से पीछे हटने के प्रस्तावों पर ‘खुले और रचनात्मक’ तरीके से चर्चा की और जल्द ही किसी तिथि पर अगले दौर की सैन्य स्तर की वार्ता आयोजित करने पर सहमति जतायी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने बीजिंग में भारत चीन सीमा मामलों पर विचार विमर्श और समन्वय के कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की आमने सामने की बैठक में इन प्रस्तावों पर चर्चा की।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘ दोनों पक्षों ने पश्चिमी सेक्टर में भारत चीन सीमा क्षेत्रों वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति की समीक्षा की और शेष क्षेत्रों से पीछे हटने के प्रस्तावों पर खुले और रचनात्मक तरीके से चर्चा की जिससे इस सेक्टर में एलएसी पर शांति एवं अमन बहाल किया जा सके और द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने के लिए माहौल कायम किया जा सके।’’
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बयान के अनुसार, वर्तमान समझौते और प्रोटोकाल के तहत इस उद्देश्य को हासिल करने के लिये दोनों पक्षों ने जल्द ही किसी तिथि को अगले (18वें) चरण की वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने सैन्य और राजनयिक माध्यमों से चर्चा जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।
इसमें कहा गया है कि 26वें चरण की भारत चीन सीमा मामलों पर विचार विमर्श और समन्वय के कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की बैठक बीजिंग में 22 फरवरी 2023 को आमने सामने बैठकर हुई।
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इसमें भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया । चीनी शिष्टमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय में सीमा और समुद्री मामलों के विभाग के महानिदेशक ने किया।