Nag Anti-Tank Guided Missile: जानिये नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के बारे में, भारत ने किया सफल परीक्षण

डीएन ब्यूरो

भारत ने सुरक्षा दृष्टि से आज एक और बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। राजस्थान के पोखरण में नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। जानिये, इसके बारे में

डीआरडीओ द्वारा विकसित की गयी है नाग मिसाइल
डीआरडीओ द्वारा विकसित की गयी है नाग मिसाइल


नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार सुबह सुरक्षा दृष्टि से बेहद बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। राजस्थान के पोखरण में आज नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। इसी परीक्षण के साथ नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल डीआरडीओ की स्वदेशी वारहेड की सूची में शामिल हो गई है। 

डीआरडीओ द्वारा विकसित

इस मिसाइल का परीक्षण गुरूवार सुबह 6:45 बजे राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया। वारहेड के साथ 'नाग' एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का यहा अंतिम चरण था, जिसे सफलतापूर्वक पार कर लिया गया। नाग मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है। 

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मिसाइल की खूबियां

कई खूबियों वाला यह लेटेस्‍ट नाग मिसाइल हर तरह के टैंक्स को भी किसी भी मौसम में निशाना बना सकती है। इसमें इंफ्रारेड भी है, जो लॉन्च से पहले टारगेट को लॉक करता है। इसके बाद नाग अचानक ऊपर उठती है और फिर तेजी से टारगेट के एंगल पर मुड़कर उसकी ओर चल देती है। लक्ष्‍य भेदने की इसकी क्षमता बेहद सटीक है।

रक्षा आवश्यकताओं की पूर्ति

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गौरतलब है कि साल 2017, 2018 और 2019 में अलग-अलग तरीके की नाग मिसाइलों का परीक्षण हो चुका है। इस बार यह इस मिसाइल का अंतिम परीक्षण था। पिछले डेढ़ महीने में, डीआरडीओ ने कम से कम 12 मिसाइल परीक्षण या सिस्टम परीक्षण किया है, जो मिसाइलों की मदद से लड़ाकू आवश्यकताओं को पूरा करता है। 
 










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