लंदन में रह रहीं भारतीय मूल की बेटियों ने कोरोना वारियर्स को बोला- थैंक्यू

मनोज टिबड़ेवाल आकाश

कोरोना आपदा की मुश्किल घड़ी में यूके में काम कर रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) से जुड़े लोगों की हौसला अफजाई के लिए भारतीय मूल की दो छोटी बच्चियों ने एक शानदार कलाकृति बनायी है। इससे ये संदेश देने की कोशिश कर रही हैं कि ‘हम सब मिलकर किसी भी चुनौती से निपट सकते हैं’ पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर:

अपनी कला के साथ सान्वी और सानिया
अपनी कला के साथ सान्वी और सानिया


लंदन: अपने घर के किनारे की सड़क पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) से जुड़े लोगों की भावनाओं को सलाम करते हुए ये कलाकृति बनायी है महज नौ साल की सान्वी टिबड़ेवाल ने। इसमें साथ दिया है तीन साल की छोटी बहन सानिया ने। 

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दोनों छोटी बच्चियों के उत्साह से भर देने वाली कला

दोनों मूल रुप से भारत की रहने वाली हैं। बच्चियों के पापा लंदन में एक जाने-माने आर्थोपेडिक सर्जन हैं। जो अपने घर-परिवार से दूर रहकर कोरोना वायरस की महामारी में NHS वर्कर्स की तरह नागरिकों की सेवा में लगे हैं। इन दोनों बच्चियों के दादा डा. शिव भगवान टिबड़ेवाल भी लंदन के मशहूर आर्थोपेडिक सर्जन हैं। इन्हें भारत सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिए देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित कर चुकी है।

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दोनों छोटी बच्चियों के उत्साह से भर देने वाली इस कला की आसपास रहने वाले पड़ोसियों ने भी तारीफ की है। इन लोगों का मानना है कि ऐसे छोटे-छोटे प्रयास ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) से जुड़े लोगों का मनोबल इस मुश्किल घड़ी में बढ़ाने का काम करते हैं। 










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