Indira Gandhi: जब इंदिरा गांधी की वजह से पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी, जानिए क्या था वो फैसला
आज पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है। पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। इस मौके पर जानिए जब इंदिरा गांधी के निर्णय के वजह से पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी, डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर
नई दिल्लीः आज पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। इस मौके पर आज उनके समाधिस्थल पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
इंदिरा गांधी को उनके सख्त निर्णयों की वजह से आयरन लेडी कहा जाता है। इन्ही में से एक है साल 1971 में लिया गया वो निर्णय जिसकी वजह से पाकिस्तान आज भी खौफ खाता है।
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असल में 1971 में पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तान सरकार और सेना अपने नागरिकों पर बेतहाशा जुल्म कर रही थी। इसकी वजह से नागरिकों ने अपनी सेना के खिलाफ विद्रोह कर दिया था और जो इसमें शामिल नहीं हो पा रहे थे वो भारतीय सीमा में दाखिल हो रहे थे। इस बीच पाकिस्तान लगातार भारत को धमकियां दे रहा था। इसके बाद 1971 के नवंबर महीने में पाकिस्तानी हेलिकॉप्टर भारतीय सेना में बार-बार दाखिल हो रहे थे जिसके बाद पाकिस्तान को इस पर रोक लगाने की चेतावनी भी दी गई। चेकावनी देने के बाद भी पाकिस्तान नहीं रुका, बल्कि 3 दिसंबर को पाकिस्तान ने बमबारी शुरू कर दी।
आधी रात को ही भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ऑल इंडिया रेडियो पर देश को संबोधित किया। उन्होंने सेना को ढाका की तरफ बढ़ने का आदेश दे दिया तो वहीं दूसरी ओर भारतीय वायुसेना ने भी पाकिस्तानी शहरों पर गोलीबारी शुरू कर दी। 3 दिसंबर 1971 को भारत की तरफ से की गई गोलीबारी का जवाब भारत ने 4 दिसंबर 1971 को ऑपरेशन ट्राइडेंट के रूप में दिया। भारत ने 14 दिनों के भीतर पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर कर दिया।
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