भारत का दुर्भाग्य था कि विश्व कप फाइनल में उसका सामना आस्ट्रेलिया से था: पीटरसन
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने बुधवार को यहां कहा कि विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम से सामना होने के कारण भारतीय टीम काफी दबाव में थी, जिससे वह आखिर में यह मुकाबला हार गई। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
जम्मू: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने बुधवार को यहां कहा कि विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम से सामना होने के कारण भारतीय टीम काफी दबाव में थी, जिससे वह आखिर में यह मुकाबला हार गई।
लीजेंड्स लीग क्रिकेट टूर्नामेंट में खेलने के लिए यहां आये पीटरसन ने कहा,‘‘दुर्भाग्य से जब आप ऑस्ट्रेलिया का सामना करते हैं, जैसा कि मैंने अपने करियर में कई बार किया है, तो काम आसान नहीं होता। ऑस्ट्रेलिया मजबूत प्रतिद्वंदी है तथा उनके पास फाइनल मे पासा पलटने और अपने अनुकूल परिणाम हासिल करने की क्षमता है।’’
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भारतीय टीम ने विश्व कप फाइनल से पहले अपने सभी मैच जीते थे लेकिन अहमदाबाद में खेले गए खिताबी मुकाबले में वह पहले बल्लेबाजी करते हुए 240 रन पर आउट हो गई तथा आस्ट्रेलिया 6 विकेट से जीत दर्ज करके चैंपियन बना।
उन्होंने कहा,‘‘ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी बेहद प्रतिस्पर्धी होते हैं और यह भारत का दुर्भाग्य था कि ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन क्षेत्ररक्षण और शानदार गेंदबाजी की। इसके बाद जब वे बल्लेबाजी करने के लिए उतरे तो 230 या 240 का लक्ष्य पर्याप्त नहीं था।’’
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पीटरसन ने विश्व कप में इंग्लैंड के प्रदर्शन को खौफनाक करार दिया और कहा कि किसी ने भी नहीं सोचा था कि उनकी टीम फाइनल में नहीं पहुंचेगी।
उन्होंने कहा,‘‘भारत जब टूर्नामेंट से पहले इंग्लैंड के खिलाफ गुवाहाटी में खेल रहा था तो मैंने कहा था कि यह दोनों टीम फाइनल में पहुंचेंगी। इंग्लैंड ने जिस तरह का प्रदर्शन किया, उसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।’’