जिला जेल के निलंबित वार्डन ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, लगा था ये आरोप, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

बंदी को कारागार में नशीला पदार्थ देने के आरोप में निलंबित कैथल जिला जेल के वार्डन ने कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

प्रतीकात्मक चित्र
प्रतीकात्मक चित्र


जींद (हरियाणा): बंदी को कारागार में नशीला पदार्थ देने के आरोप में निलंबित कैथल जिला जेल के वार्डन ने कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि मूल रूप से भैरवखेड़ा गांव के रहने वाले सुरेश (50) कैथल जेल में वार्डन के पद पर तैनात थे और कैदियों को कथित रूप से नशीला पदार्थ उपलब्ध कराने के आरोप में निलंबित थे।

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उन्होंने बताया कि सुरेश ने बुधवार की रात अपने मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों को आज सुबह जब उसे फांसी के फंदे पर लटका देखा तो तत्काल उसे सामान्य अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस के अनुसार, मृतक की पत्नी पिंकी देवी ने बताया कि सुरेश कैथल जिला कारागार में जेल वार्डन के पद पर कार्यरत था करीब नौ महिने पहले बंदी को नशीला पदार्थ देते पकड़े जाने पर उसे निलंबित कर दिया गया था।

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पिंकी के अनुसार, यह मामला अदालत में विचाराधीन था और इस कारण सुरेश मानसिक रूप से परेशान रहता था।

सिविल लाइन थाना प्रभारी सोमबीर ढाका ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।










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