कानपुर पुलिस हत्याकांड: गैगस्टर विकास दुबे के गुर्गों को छिपाने और शरण देने वाले दो गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ द्वारा एनकाउंटर में मारे गये गैंगस्टर विकास दुबे के गुर्गों को शरण देने वाले दो आरोपियों को चौबेपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूरी खबर..
कानपुर: यूपी एसटीएफ द्वारा एनकाउंटर में मारे गये गैंगस्टर विकास दुबे के गुर्गों को शरण देने और घर में छुपाने वाले दो आरोपियों को चौबेपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उन्होंने बिकरु कांड में वांछित दो आरोपियों को शरण दी थी, जो विकास दूबे के गुर्गे थे। गिरफ्तार किये गये आरोपितों की पहचान मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गोले का मंदिर निवासी ओमप्रकाश पांडेय और सागर ताल के अनिल पांडेय के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किये गये दोनों लोगों ने बिकरू पुलिस हत्याकांड में वांछित दो आरोपितों शशिकांत पांडेय व शिवम दुबे को अपने घर में शरण दी थी। इन दोनों की गिरफ्तारी पर पुलिस ने इनाम रखा हुआ था। दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। शनिवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।
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बिल्हौर सीओ संतोष सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किये गये दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जिसके बाद दोनों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया जायेगा।
गौरतलब है कि कानपुर के चौबेपुर थाना के बिकरु गांव में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में वांछित मुख्य अभियुक्त विकास दुबे को कल पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। बिकरु कांड के बाद से फरार चल रहे गैंगस्टर विकास दुबे पर पुलिस ने 5 लाख का इनाम रखा गया था। उसे 5 दिन बाद उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ा गया। कानपुर लाते समय भागने की कोशिश कर रहे विकास दूबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मारा गिराया। इस मामले में अभी भी पुलिस द्वारा लगभग एक दर्जन आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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