अंधविश्वास: पांच दिन महिला के शव को दफनाने के बाद जिंदा होने का इंतजार कर रहे परिजन

डीएन संवाददाता

अंधविश्वास के चलते एक गांव में महिला के शव को दफनाने के बाद उसके जिंदा होने का इंतजार कर रहे हैं। जानिए क्या है पूरा मामला..

दफनाया गया शव
दफनाया गया शव


कानपुर: एक मरे हुए व्यक्ति को जीवित कर उसे नई जिंदगी देना ऐसी बातें अक्सर आपने हॉरर फिल्मों ,कहानियों में सुनी, देखी और पढ़ी होंगी। आज की डिजिटल लाइफ में भी तंत्र मंत्र और अंधविश्वास के मकड़जाल से आज भी देश के अनेको गाँवो के लोग इस जन्जाल से अपने आपको बाहर नहीं निकाल पा रहे है। एक ऐसा ही अंधविश्वास और तंत्र मंत्र की दुनिया मे डूबा हुए परिवार का मामला सामने आया है।

शव के लिए रखा गया खाना

कानपुर के ऐतिहासिक इलाके बिठूर में एक परिवार की महिला की सांप के काटने से मौत हो गयी थी। जिसके बाद से परिजन एक तांत्रिक के कहने पर शव को एक गड्ढे में दबाकर रखे है कि शायद तांत्रिक अगली पूर्णमासी को आकर मृत महिला को जीवित करेगा। चौधरीपुर गाँव में रहने वाले परमेश्वर राजपूत किसान के घर में उसकी पत्नी के अलावा 2 बेटे और 2 बेटियां है। बताया जा रहा है कि परमेशवर की पत्नी शकुंतला देवी को 2 जून को सांप ने काट लिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी इस दौरान परिजनों ने उस सांप को भी मार डाला था। वही परिजन जब शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे इस बीच घाट पर एक बंगाली तान्त्रिक ने आकर मृतका का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया।

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तांत्रिक ने किया जिंदा करने का वादा

परिजनों ने जब रोकने का कारण पूछा तो तांत्रिक ने परिजनों से मृतका को अगली पूर्णमासी को जिन्दा करने का वादा करने की बात कही पहले तो उस तांत्रिक की बातों पर परिजनों को विश्वास नहीं हुआ लेकिन एक मन मे चाह लेकर शायद कोई चमत्कार हो जाये जिसको बाद वे तैयार हो गए। परिजनों के मुताबिक तान्त्रिक ने शव को 7 फीट गहरे गड्ढे में गाड़ने के लिए कहा और गड्ढे को थोड़ा सा खुला छोड़ने को कहा। साथ ही लाश की सुबह शाम पूजा और दोनों समय खाना खिलाते रहना। परिजनों को आश्चर्य हुआ लेकिन तान्त्रिक के कहे अनुसार परिजनों ने वैसा ही किया।

पहले भी किया है जिंदा

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तान्त्रिक ने उन्हें आश्वस्त किया कि इससे पहले 18 लोगो को ज़िंदा कर चुका हूं ये उसका 19 वां मामला है। जिसके बाद से इस घटना को पांच दिन बीत गए और आने वाले शुक्रवार यानी 9 जून की रात पूर्णमासी की रात को वो बंगाली तान्त्रिक गाँव में आकर कहे अनुसार मृतका को ज़िंदा करेगा।

डाक्टरों की राय

शहर के डाक्टरों की माने तो मेडिकल साइन्स कतई मानने को तैयार नहीं है कि मौत के एक हफ्ते बाद कोई ज़िंदा हो जाए। अगर ऐसा होता है तो ये अपने आप मे चमत्कार ही होगा। फिलहाल डॉक्टर ने परिजनों को जल्द ही शव का अंतिम संस्कार करने की सलाह दी है।










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