केरल के मुख्यमंत्री विजयन पर चल सकता है भ्रष्टाचार का मामला, जानिये किसने किया ये दावा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन अपनी बेटी वीणा विजयन की कंपनी कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) से बिना कोई सेवा प्रदान किए 1.7 करोड़ रुपये प्राप्त करने के कथित मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों में जांच का सामना कर सकते हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन अपनी बेटी वीणा विजयन की कंपनी कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) से बिना कोई सेवा प्रदान किए 1.7 करोड़ रुपये प्राप्त करने के कथित मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों में जांच का सामना कर सकते हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने एक बयान में इसे ‘वीणा टैक्स’ करार दिया और आरोप लगाया कि वीणा विजयन को पिछले तीन साल से निजी कंपनी से मासिक किस्तों में कुल 1.72 करोड़ रुपये मिले।
केरल से ताल्लुक रखने वाले वडक्कन ने कहा कि आयकर अंतरिम निपटान बोर्ड की नई दिल्ली पीठ ने फैसला सुनाया कि एक ‘प्रमुख व्यक्ति’ के साथ संबंधों को देखते हुए पैसा दिया गया था। वीना और उनकी कंपनी एक्सलॉजिक सॉल्यूशंस ने सीएमआरएल को आईटी, मार्केटिंग कंसल्टिंग और सॉफ्टवेयर सेवाओं की आपूर्ति करने पर सहमति जताई थी।’’
यह भी पढ़ें |
Rajasthan: गहलोत सरकार के खिलाफ कल भाजपा नेताओं का प्रदर्शन, करेंगे सचिवालय का घेराव, जानिये क्या हैं मामला
उन्होंने कहा कि हालांकि आयकर विभाग की जांच में पाया गया कि कोई सेवा मुहैया नहीं कराई गई।
वडक्कन ने कहा कि सीएमआरएल के प्रबंध निदेशक एस एन शशिधरन कार्था ने कहा है कि अनुबंध के अनुसार मासिक किस्तों में धन का भुगतान किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘आयकर विभाग ने आरोप लगाया कि वीना और एक्सलॉजिक को 2017-20 के दौरान 1.72 करोड़ रुपये मिले, जो एक 'अवैध लेनदेन' है। आयकर विभाग ठोस सबूतों की मदद से यह दिखाने में सक्षम रहा है कि उन सेवाओं के लिए धन का भुगतान किया गया था जो प्रदान नहीं की गई थीं....।’’
यह भी पढ़ें |
Delhi BJP Protest:भाजपा कार्यकर्ताओं ने AAP के दिल्ली कार्यालय के पास किया विरोध प्रदर्शन, केजरीवाल के इस्तीफे की मांग
उन्होंने कहा कि इन आरोपों की प्रकृति और आयकर विभाग द्वारा उठाए गए सवालों को देखते हुए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि मामले की जांच की जाए।
वडक्कन ने कहा कि इन संदिग्ध लेनदेन के आधार का पता लगाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा जांच जरूरी है।
उन्होंने दावा किया कि सीएमआरएल के मुख्य वित्तीय अधिकारी के एस सुरेश कुमार के आवास से जब्त दस्तावेजों और उसके बाद उनके बयान से खुलासा हुआ कि कांग्रेस, मुस्लिम लीग और माकपा के प्रमुख नेताओं को 95 करोड़ रुपये मिल हैं। उनके मुताबिक कुमार ने सीएमआरएल में 27 वर्ष काम किया।