इन 6 मांगों को लेकर किसानों ने उग्र रूप किया धारण, दिल्ली-यूपी बॉर्डर बिगड़े हालात
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भाकियू के बैनर तले दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर पहुंचे किसानों को दिल्ली की तरफ जाने से रोकने के लिए जहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, वहीं किसानों की कुछ प्रमुख मांगें है जिसके लिए वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। आखिर कौन सी मांगों को लेकर किसान हो रहे उग्र। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
नई दिल्लीः भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की रैली में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं। लेकिन दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रदर्शनकारी किसानों ने जब बॉर्डर पर पुलिस बैरीकेडिंग को हटाने की कोशिश की तो उन पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज किया है। बावजूद इसके स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
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इन 6 मांगों को लेकर किसान कुछ भी करने को तैयार
1. किसानों की मांग है कि उन्हें स्वामीनाथन केटी के फार्मूले के आधार पर उनकी एक निश्चित आय तय की जाए।
2. किसानों की सरकार से मांग है कि केंद्र सरकार ने जो उनसे वादा किया था वह पूरा नहीं किया है। इसलिए केंद्र सरकार उनके कर्ज को माफ करे।
3. भाकियू की मांग है कि देशभर के किसानों के लिए सरकार को पेंशन योजना को लागू करना चाहिए जिससे कि किसान कर्ज में डूबने पर परेशान होकर आत्महत्या जैसे कदम न उठाए।
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4. किसानों की मांग है कि उन्हें क्रेडिट कार्ड योजना में बिना ब्याज के लोन मिलना चाहिए।
5. गन्ने की पैदावार करने वाले किसानों को 14 दिन में गन्ने का भुगतान सुनिश्चत किया जाए।
6. उनका कहना है कि एनसीआर में जो दस साल हले पुराने ट्रैक्टर पर पाबंधी लगाई है इस आदेश को वापस लिया जाए।