भारतीय पुरुष हॉकी टीम को लेकर जानिये एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में इन चुनौतियों के बारे

डीएन ब्यूरो

सेमीफाइनल में अपनी जगह पहले ही पक्की कर चुकी तीन बार की चैंपियन भारतीय पुरुष हॉकी टीम को एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ बुधवार को होने वाले राउंड रोबिन लीग के अंतिम मैच में आत्ममुग्धता से बचना होगा। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर:

भारतीय पुरुष हॉकी टीम
भारतीय पुरुष हॉकी टीम


चेन्नई: सेमीफाइनल में अपनी जगह पहले ही पक्की कर चुकी तीन बार की चैंपियन भारतीय पुरुष हॉकी टीम को एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ बुधवार को होने वाले राउंड रोबिन लीग के अंतिम मैच में आत्ममुग्धता से बचना होगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जहां तक टूर्नामेंट में अभी तक दोनों टीमों के प्रदर्शन का सवाल है तो भारत अपने चार मैचों में अजेय रहा है जबकि पाकिस्तान केवल एक जीत दर्ज कर पाया है। उसने दो मैच ड्रॉ कराए जबकि एक मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा। उसकी सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद इस महत्वपूर्ण मैच के परिणाम पर टिकी है।

अगर पाकिस्तान इस मैच में जीत दर्ज करता है तो वह अंतिम चार में पहुंच जाएगा लेकिन हारने पर उसका भाग्य चीन और जापान के मैच के परिणाम पर टिका रहेगा। यदि पाकिस्तान हार जाता है तो फिर उसे चीन की जापान पर जीत के लिए दुआ करनी होगी। यदि जापान जीत हासिल करता है तो फिर जीत का अंतर कम होना चाहिए।

पाकिस्तान इसके अलावा यह भी चाहेगा कि मलेशिया की टीम दक्षिण कोरिया पर बड़े अंतर से जीत दर्ज करे। भारत तीन जीत और एक ड्रॉ से 10 अंक लेकर शीर्ष पर काबिज है। उसके बाद मलेशिया (9 अंक), दक्षिण कोरिया (5), पाकिस्तान (5), जापान (2) और चीन (1) का नंबर आता है।

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भारत और पाकिस्तान ने भले ही यह टूर्नामेंट तीन तीन बार जीता है लेकिन वर्तमान रैंकिंग और फॉर्म को देखते हुए भारत बुधवार को जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेगा। भारत की विश्व रैंकिंग चार जबकि पाकिस्तान की 16 है। लेकिन जब मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच हो तो रैंकिंग खास मायने नहीं रखती। जो भी टीम दबाव से अच्छी तरह निबटेगी उसकी जीत की संभावना अधिक होगी।

हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने अभी तक आक्रामक हॉकी खेली है और उसने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने के स्ट्राइक रेट में सुधार किया है। इस महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले भारतीय टीम को हालांकि अपनी रक्षा पंक्ति को मजबूत करना होगा।

हरमनप्रीत ने कहा,‘‘हमें अपने रक्षण में अब भी काम करने की जरूरत है तथा हमें आसानी से पेनल्टी कॉर्नर नहीं देने होंगे। हमें सर्किल के अंदर गेंद पर बेहतर तरीके से नियंत्रण बनाना होगा।’’

भारत और पाकिस्तान को लगातार दिन मैच खेलने के बाद एक दिन का विश्राम मिला है जिससे निश्चित तौर पर दोनों टीमों को मदद मिलेगी। पाकिस्तान ने अपने पिछले मैच में चीन को 2-1 के करीबी अंतर से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा है। टीम को हालांकि मौकों को भुनाना होगा। इसके अलावा उसके युवा खिलाड़ियों को भारतीय टीम को दर्शकों से मिलने वाले अपार समर्थन के दबाव में आने से बचना होगा।

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पाकिस्तान के मुख्य कोच मोहम्मद सकलेन ने कहा,‘‘ हमें पहली बार यहां खेल रहे अपने युवा खिलाड़ियों को दबाव से निपटना सिखाना होगा।’’

भारत इस मैच में जीत दर्ज करके शीर्ष स्थान बरकरार रखना चाहेगा। इसकी भी पूरी संभावना है कि सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान फिर से आमने-सामने हों क्योंकि चोटी पर रहने वाली टीम चौथे नंबर की टीम से भिड़ेगी। दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम तीसरे स्थान की टीम से सेमीफाइनल खेलेगी।










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