भारत के सेमीकंडक्टर अभियान को लेकर जानिये क्या बोलें विदेश मंत्री जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत का सेमीकंडक्टर अभियान केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य भरोसेमंद विनिर्माण के लिए वैश्विक मांग को पूरा करने में सहयोग देना भी है।
नयी दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत का सेमीकंडक्टर अभियान केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य भरोसेमंद विनिर्माण के लिए वैश्विक मांग को पूरा करने में सहयोग देना भी है।
जयशंकर ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए दुनिया भर की अग्रणी सेमीकंडक्टर कंपनियों के शीर्ष कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि उनके निर्णयों तथा संबंधों के निहितार्थ तात्कालिक कारोबार से परे हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘री- इंजनीयरिंग’ में योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और जापान के बीच सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रंखला पर सहयोग संबंधी एक समझौते को इस माह अंतिम रूप दिया गया है और इसी प्रकार का एक समझौता मार्च में अमेरिका के साथ किया गया था।
उन्होंने कहा कि भरोसा तथा पारदर्शिता डिजिटल क्षेत्र के भविष्य में अहम मुद्दों के रूप में उभर कर सामने आए हैं और ऐसे प्रश्न कि ‘‘हमारा डेटा कौन संसाधित करता है और कौन उसका फायदा लेता है’’ कृत्रिम मेधा की इस दुनिया में बेहद अहम है।
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भारत उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य में लचीली आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने के लिए देश में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने के वास्ते प्रमुख सेमीकंडक्टर उत्पादकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ हमारा सेमीकंडक्टर अभियान केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य भरोसेमंद विनिर्माण के लिए वैश्विक मांग को पूरा करने में सहयोग देना भी है। यह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ का सशक्त उदाहरण है।’’
गुजरात के गांधीनगर में ‘सेमीकॉनइंडिया कॉन्फ्रेंस 2023’ को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए जयशंकर ने अमेरिका के साथ महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत के बढ़ते सहयोग का भी जिक्र किया। साथ ही उन्होंने सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला तथा नवोन्मेषी साझेदारी पर एक समझौता ज्ञापन का जिक्र किया जो मार्च में अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना एम रायमोंडो की नयी दिल्ली यात्रा के दौरान हुआ था।
जयशंकर ने कहा कि पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान सेमीकंडक्टर क्षेत्र में सहयोग बातचीत का केंद्र था।
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उन्होंने कहा, ‘‘तीन अमेरिकी कंपनी - माइक्रोन टेक्नोलॉजी, लैम रिसर्च और एप्लाइड मैटेरियल्स - ने खास प्रतिबद्धताएं जताई हैं।’’
उन्होंने अहम प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत के लक्ष्य और रुख पर भी विस्तार से जानकारी दी।