जानिये कब होगा वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का वाणिज्यिक उत्पादन, पढ़ें TRSL की ये रिपोर्ट
वंदे भारत की शयनयान कोच से सजी ट्रेनों का वाणिज्यिक उत्पादन टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (टीआरएसएल) के उत्तरपाड़ा संयंत्र में जून, 2025 से शुरू होगा। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
कोलकाता: वंदे भारत की शयनयान कोच से सजी ट्रेनों का वाणिज्यिक उत्पादन टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड (टीआरएसएल) के उत्तरपाड़ा संयंत्र में जून, 2025 से शुरू होगा।
टीआरएसएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बीएचईएल के साथ स्थापित गठजोड़ को रेलवे ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के 80 सेट बनाने का काम सौंपा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, वंदे भारत की यह स्लीपर ट्रेन अभी तक परिचालन में मौजूद वंदे भारत ट्रेन से अलग होगी। इसमें बैठने वाली सीटों की जगह यात्रियों के सोने लायक सीट लगाई जाएंगी।
यह भी पढ़ें |
Vande Bharat Metro: जुलाई से वंदे भारत मेट्रो के पटरियों पर दौड़ने की तैयारी, सामने आया फर्स्ट लुक
उन्होंने कहा कि गठजोड़ इस ट्रेन के 50-55 प्रतिशत कलपुर्जों का निर्माण बंगाल में ही करेगा। इस गठजोड़ में टीआरएसएल की हिस्सेदारी 52 प्रतिशत है।
कंपनी के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी ने कहा कि गठजोड़ को रेलवे से मिले इस ठेके का कुल मूल्य 24,000 करोड़ रुपये है जिसमें टीआरएसएल की हिस्सेदारी करीब 12,716 करोड़ रुपये की है। उन्होंने कहा कि इस अनुबंध को छह साल के भीतर पूरा किया जाएगा।
चौधरी ने कहा, ‘‘वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का वाणिज्यिक उत्पादन जून, 2025 से शुरू होगा और इसके लिए उत्तरपाड़ा संयंत्र में जरूरी ढांचा तैयार का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए 650 करोड़ रुपये की पूंजी का इंतजाम अलग से किया गया है।’’
यह भी पढ़ें |
Vande Bharat Mission: पहले दो दिन में स्वदेश लौटे 1458 भारतीय
उन्होंने कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप दो साल के भीतर तैयार कर लिया जाएगा। पहली आठ ट्रेनें पूरी तरह उत्तरपाड़ा संयंत्र में बनाई जाएंगी जबकि बाकी ट्रेनों को रेलवे के चेन्नई संयंत्र में असेंबल किया जाएगा।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को इस तरह से बनाया जाएगा कि वह अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सके। उसमें 16 डिब्बे लगाए जाएंगे जिनमें कुल 887 यात्री एक साथ यात्रा कर पाएंगे।
चौधरी ने कहा कि 120 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की आपूर्ति एक और गठजोड़ करने वाला है जिसमें रेल विकास निगम लिमिटेड और रूसी कंपनी टीएमएच शामिल हैं।