लखनऊ: भाजपा विधायक पर महिला ने लगाया अपने बेटे की हत्या का आरोप
बीजेपी विधायक रामपाल पर एक दलित महिला ने अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। पूरी खबर..
लखनऊ: राजधानी के यूपी प्रेस क्लब में महिला प्रधान रामखुशी ने अपने बेटे विमलेश कठेरिया की हत्या कराने का संगीन आरोप बीजेपी विधायक रामपाल लगाया है। पत्रकारो से बातचीत करते हुए पीड़ित परिवार, रामखुशी निवासी ग्राम बेहसार, जिला हरदोई ने बताया कि उनके पुत्र विमलेश कठेरिया एवं संजय कुमार की दिनांक 17 अप्रैल को बोलेरो से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 16 अप्रैल को गांव के ही दंबग व्यक्ति सूरज पाल से मामूली कहासुनी पर उनके बेटे अखिलेश कुमार को पुलिस उठाकर ले गयी थी और इसकी सूचना पुलिस ने उनके दूसरे बेटे विमलेश कठेरिया को फोन करके दी, साथ ही जमानत के लिए बोला। जिसमे अगले दिन विमलेश कठेरिया थाने जाकर अपने भाई अखिलेश कठेरिया की जमानत कराकर थाने से बाहर निकलें।
थाने से घर लौटते समय रास्ते में पहले से ही घात लगाये हत्यारो ने विमलेश कठेरिया व उनके साथी संजय को बोलेरो से कुचलकर हत्या करने का प्रयास किया। जिसमें संजय कुमार की मौके पर ही मौत हो गयी और विमलेश कठेरिया को पैर में चोट आई और उपचार के लिए कठेरिया को पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया। मगर मृतक विमलेश कठेरिया की मां रामखुशी ने आरोप लगाया की रास्ते में पुलिस की मिलीभगत से हमलावारों ने उनके बेटे विमलेश को मार डाला।
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इस घटना में पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमलावरो पर बीजेपी विधायक रामपाल का हाथ है और सारा मामला चुनावी रंजिश है। जिसमें 9 जुलाई 2013 में भी विमलेश कठेरिया पर फायर किया जा चुका था। मगर इस बार विरोधियों की चाल साजिश के तहत कामयाब हो गई है ।
पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लगाया भाजपा विधायक के इशारे पर काम करने का आरोप
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पीड़ित परिवार ने बताया पुलिस ने इस मामले में किसी भी तरह की रिपोर्ट नहीं लिखी है और ना ही कार्यवाही की है। इस पूरे मामले पर सत्ता पक्ष विधायक ने अपना दबाव बनाकर रखा है।हालांकि न्याय को लेकर पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से भी मिली पर अभी तक किसी भी तरह की कार्यवाही नही हुई हैं। परिवार शासन-प्रशासन के चक्कर लगा लगा कर दर दर भटकने को मजबूर है। पीड़ितों का कहना है आरोपी पकड़े जाएं, आरोपियों पर कार्यवाही हो, न्याय मिले। परिवार ने चेतावनी देते हुए बताया अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो पूरा परिवार आत्मदाह करने के लिए मजबूर हो जाएगा।