DN Exclusive: यूपी में जारी है ताबड़तोड़ एनकाउंटर.. दो दिनों में 15 मुठभेड़
सूबे की सत्ता में काबिज होने के बाद से ही सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी को अपराध मुक्त बनाने में जुटे हैं। राज्य में ऐसा पहली बार हो रहा है जब यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस अपराधियों पर ताबड़तोड़ कहर बरपा रही है। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..
नई दिल्ली: 11 माह पहले सूबे की सत्ता में काबिज होते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी को अपराध मुक्त बनाने की जो घोषणा की थी, उसे पूरा करने में यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस दिन-रात जुटी हुई है। सकारात्मक नतीजे भी सामने आ रहे हैं।
दो दर्जन बदमाश गिरफ्तार
यूपी में पिछले 48 घंटों में एसटीएफ और पुलिस ने एक के बाद एक अलग-अलग क्षेत्रों में रिकार्ड 15 एनकाउंटर किए। जिसमें लगभग दो दर्जन वांछित बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, इनमें अधिकतर बदमाश एनकाउंटर में घायल होने के बाद अस्पताल में उपचाराधीन हैं। जबकि पुलिस ने इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक कुख्यात इनामी बदमाश को मार गिराया।
बावरिया गिरोह के 4 कुख्यात अंदर
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आज तड़के भी राजधानी लखनऊ के थाना कृष्णा नगर क्षेत्र में डकैती डालने जा रहे बावरिया गिरोह के 4 कुख्यात बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस मुठभेड़ में दो बदमाश घायल हो गये। बदमाशों के कब्जे से अवैध हथियार और जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं।
कुख्यात इनामी बदमाश इंद्रपाल भी ढ़ेर
शुक्रवार को यूपी एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही में दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित कुख्यात इनामी बदमाश इंद्रपाल को मुज़फ्फरनगर में ढ़ेर किया। कई हत्याओं, लूट और डकैती में वांछित इंद्रपाल को मुजफ्फरनगर में मार गिराना पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मुठभेड़
पिछले दो दिनों में सबसे ज्यादा मुठभेड़ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामने आयी। जहां-जहां मुठभेड़ हुई उनमें राजधानी लखनऊ और मुजफ्फरनगर के अलावा बुलंदशहर, शामली, मसूरी (हापुड़), गोरखपुर, मेरठ, सहारनपुर, बागपत और कानपुर शामिल हैं। इन मुठभेड़ों के दौरान बदमाशों के पास से पुलिस भारी मात्रा में हथियार, कारतूस और नकदी भी बरामद की।
यूपी एसटीएफ के चीफ बोले- पुलिस का मनोबल बढ़ा हुआ
यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश का कहना है कि पुलिस हमेशा ही संगठित और प्रोफेशनल अपराध को खत्म करना चाहती है, मौजूदा समय में पुलिस का मनोबल बढ़ा हुआ है जिस कारण अपराधियों को तेजी के साथ पकड़ा जा रहा है। पुलिस ने अपराधियों के सामने सरेंडर करने के सभी विकल्प खुले छोड़े है, इसके बावजूद भी जो अपराध को नहीं छोड़ना चाहते, पुलिस उन्हें कैसे छोड़ सकती है?