प्रमुख औद्योगिक, लॉजिस्टिक केंद्र के रूप में उभर रहा लखनऊ: सीबीआरई

डीएन ब्यूरो

दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के बाद अब लखनऊ उत्तर भारत में एक प्रमुख औद्योगिक और लॉजिस्टिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। शहर में भंडारण क्षेत्र में अगले पांच साल में प्रत्यक्ष रूप से 7000 नौकरियों का सृजन होने का अनुमान है। सीबीआरई ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही।

उभर रहा लखनऊ (फाइल)
उभर रहा लखनऊ (फाइल)


नई दिल्ली: दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के बाद अब लखनऊ उत्तर भारत में एक प्रमुख औद्योगिक और लॉजिस्टिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। शहर में भंडारण क्षेत्र में अगले पांच साल में प्रत्यक्ष रूप से 7000 नौकरियों का सृजन होने का अनुमान है। सीबीआरई ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही।

रियल एस्टेट के बारे में परामर्श देने वाली सीबीआरई साउथ एशिया की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक बयान के अनुसार, लखनऊ क्षेत्र में पिछले पांच साल में अमेजन, मोंडेलेज और फ्लिपकार्ट जैसी कंपिनयों ने करीब 400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। शहर में गोदाम बनाने में अतिरिक्त 70 करोड़ रुपये का निवेश किए जाने की उम्मीद है।

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सीबीआरई के अनुसार, पिछले पांच वर्ष में लखनऊ में गुणवत्तापूर्ण भंडारण स्थान की मांग लगातार बढ़ी है और वित्त वर्ष 2023 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2022-23 में लखनऊ क्षेत्र में गोदाम बनाने के लिए पट्टा पर दिए गए क्षेत्र सालाना आधार पर 1.1 लाख वर्ग फुट से बढ़कर 1.8 लाख वर्ग फुट हो गए।

सामान रखने के लिये गोदामों की बढ़ती मांग ने अमेजन, मोंडेलेज, फ्लिपकार्ट, टाटा क्रोमा, एयरटेल, डीएचएल, व्हर्लपूल, डेल्हीवरी, ईकॉम एक्सप्रेस और महिंद्रा लॉजिस्टिक्स जैसी बड़ी कंपनियों को इस क्षेत्र में अपने भंडारगृह बनाने के लिए प्रेरित किया है।

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