लखनऊ: शासन की बुलडोजर कार्यवाही के विरोध में बोले लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य इमरान राजा- पीएम आवास योजना के घर हैं जर्जर
यूपी की राजधानी में अकबनगर में शासन की कार्यवाही के साथ अन्य स्थानों को भी ध्वस्तीकरण के लिए चिन्हित किया गया था। जिन्हें लेकर लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य इमरान राजा ने डाइनामाइट न्यूज से खास बातचीत कर रखे अपने विचार। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: अकबरनगर ध्वस्तीकरण के बाद सरकार ने अन्य जगहों को भी चिन्हित किया था वहीं विस्थापित किए गए लोग लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं ऐसे में लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य इमरान राजा ने सरकार का विरोध जताया। उनका आरोप है कि अधिकारी बेघर लोगों को आवास देने की दावा कर रहे हैं लेकिन सच्चाई कुछ और है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार इमरान राजा ने बताया कि अकबरनगर को ध्वस्त करने का फैसला सरकार का तानाशाही रवैय्या है। अगर सरकार अकबरनगर से विस्थापित किए गए लोगों को मुआवजा नहीं देती है तो हम सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
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बताते चलें अभी भी लगभग 200 परिवार ऐसे हैं जिन्हें आवास नहीं मिल पाया है वहीं इमरान राजा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान दिया गया वह भी पूरी तरह से जर्जर है पहले ही बारिश में छठे टपकने लगी, दीवार में कील गाड़ो तो प्लास्टर ही उखड़ जाता है।
उन्होंने कहा हम लोगों को सरकार ने 10 महीने तक घेरा रखा। सरकार ने इलाके में फोर्स तैनात कर रखी थी। इमरान रजा ने दावा किया कि वह नदी नहीं नाला है। जहां पर बुलडोजर चला भी है वह जगह अवैध नहीं थी।
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