UP: बदायूं गैंगरेप और मर्डर का मुख्य आरोपी सत्यनारायण गिरफ्तार, हुई थी निर्भया जैसी दरिंदगी
बदायूं में 50 साल की महिला के साथ गैंगरपे और मर्जर के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी करने के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बदायूं में 50 साल की आंगनवाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप और मर्डर केस के मुख्य आरोपी सत्यनारायण को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में महिला के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी की गयी थी। मुख्य आरोपी के अलावा गैंगरेप में शामिल दो अन्य आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सीएम योगी के आदेशों पर आरोपियों के खिलाफ NSA के तहत केस चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही अभियुक्तों को शीघ्र सजा दिलाने के लिये इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाये जाने का निर्णय भी प्रशासन द्वारा लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी घटना के बाद से गांव में ही छुपा था लेकिन पुलिस के खराब सूचना तंत्र की वजह से मुख्य आरोपी इतने दिनों पकड़ से बाहर रहा और गांव में ही छिपा रहा। गुरुवार देर रात उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब सत्यनारायण से पूछताछ में दरिंदगी की इस घटना से जुड़े कुछ और तथ्य सामने आ सकते हैं।
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मंदिर में पूजा करने गयी महिला के साथ निर्भया जैसी हैवानियत, गैंगरेप और हत्या का मुख्य आरोपी सत्यनारायण घटना को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार रूपये कर दी थी। उसकी तलाश में पुलिस की 4 टीमें लगातार दबिश दे रही थी।
बुधवार के उघैती इलाके में रविवार को 50 वर्षीय महिला की गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी। जिसके बाद महिला का शव संदिग्ध हालात में मिला था। दरिंदो ने गैंगरेप के बाद महिला हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैवानियत की सारी हदें पार करने का खुलासा हुआ। दरिंदों ने महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज भी डालने की कोशिश की, जिससे महिला के शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आई हैं और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गयी।
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जानकारी के मुताबिक 3 जनवरी की शाम मंदिर में मौजूद महंत सत्यनारायण, उनका चेला वेदराम व ड्राइवर जसपाल ने महिला संग गैंगरेप की इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। दरिंदों ने महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली, जिससे उसका आंतरिक हिस्सा तक फट गया। आरोपियों ने महिला का एक पैर और एक पसली भी तोड़ दी थी। महिला के शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हुई। आरोपियों रात को ही गैंगरेप के बाद आंगनबाड़ी सहायिका के खून से लथपथ लाश को अपनी गाड़ी से उसके घर फेंका और फरार हो गए।
इस जघन्य मामले में पुलिस पर भी लापरवाही के बड़े आरोप लग रहे हैं। बताया जाता है कि महिला के परिजनों ने उघैती थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी,लेकिन पुलिस परिजनों को गुमराह कर थाने के चक्कर कटवाती रही। एसएसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिय गया है।