DN Exclusive: यूपी में अवैध शराब के काले कारोबार को लेकर लोगों में सरकारी तंत्र के खिलाफ भारी गुस्सा, देखिये VIDEO

डीएन ब्यूरो

सरकार के लाख प्रयासों और कड़े कानूनों के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में नकली और अवैध शराब का कारोबार जारी है, जिससे अब तक कई मौतें हो चुकी है। डाइनामाइट न्यूज ने इस काले खेल पर जनता का राय जानने की कोशिश की, देखिये क्या बोली जनता



लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आबकारी विभाग के निकम्मेपन समेत पुलिस और संबंधित सरकारी तंत्रों की लापरवाही के कारण अवैध और नकली शराब बनाने-बेचने और पीने-पिलाने का खेल बदस्तूर जारी है। बुलंदशहर के ताजा जहरीली शराब कांड ने सरकारी मशीनरी पर फिर एक बार बड़े और गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं। आखिर, यूपी में नकली शराब के कारोबार के लिये कौन है जिम्मेदार? डाइनामाइट न्यूज ने इसी सवाल को लेकर जनता की राय जाननी की कोशिश की।

डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में यूपी के अलग-अलग जिलों के लोगों में अवैध शराब को लेकर जहां भारी गुस्सा नजर आया, वहीं उन्होंने इसके लिये प्रशासन समेत सरकारी मशीनरी को सीधे जिम्मेदार ठहराया। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन चाहते तो यह काला कारोबार रुक सकता है लेकिन भ्रष्टाचार, सांठगांठ समेत तमाम तरह की लापरवाहियों के कारण यह काला कारोबार जारी है।

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अवैध शराब का जाल यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में फैला हुआ है। इसका कहर अब तक कई जिंदगियों को लील चुका है, कई कोखें सूनी हो गयी और कई मांगों को इसने हमेशा के लिये उजाड़ दिया है। लेकिन इसका चलन जारी है, जो बेहद चिंताजनक और आश्चर्य वाली बात है।

सरकार के लाख प्रयासों और कड़े कानूनों के बावजूद भी शराब माफियाओं द्वारा नकली और अवैध शराब का कारोबार जारी है, जिसकी पोल समय-समय पर होने वाली कुछ मौतों और इस धंधे में लिप्त लोगों की गिरफ्तारियों से खुलती रहती है। 

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यूपी में नकली शराब के कारोबार को लोगों का साफ कहना है कि इसमें सरकार भी दोषी है, जो संबंधित विभागों पर कठोर कार्रवाई नहीं करती। 










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