कानपुर देहात अग्निकांड: पीड़ित परिजनों से आज मिलेगा समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल, जानिये मामले पर बड़े अपडेट
उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात में बुलडोजर कार्रवाई के दौरानएक झोपड़ी में आग लगने मां-बेटी की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सपा का एक प्रतिनिधिमंडल आज पीड़ित परिवार से मुलाकात करेगा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात में अवैध कब्जा हटाने के लिये बुलडोजर कार्रवाई के दौरानएक झोपड़ी में आग लगने से मां और बेटी की जिंदा जलकर मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। घटना के करीब 18 घंटे बाद भी अभी तक शव नहीं उठाया जा सका है। स्वजन की मांग है कि मुख्यमंत्री को गांव बुलाया जाए व जो आरोपित मुकदमे में नामजद किए जाएं उनकी गिरफ्तारी हो, तभी शव उठने दिया जाएगा। इस घटना के बाद से राज्य का सियासी पारा भी बढ़ गया है। सपा प्रतिनिधिमंडल आज ही पीड़ित परिजनों से मिलने जायेगा।
कानपुर देहात की मैथा तहसील के मड़ौली में कब्जा हटाने के दौरान मां-बेटी के जिंदा जलकर मौत की घटना पर समाजवादी पार्टी ने दुख जताया है। इस मामले को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशों पर समाजवादी पार्टी का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मड़ौली पंचायत के चाहला गांव जाकर पीड़ित परिजनों से मिलेगा। परिजनों से बातचीत और परिस्थिजन्य आधार पर यह प्रतिनिधिमंडल सपा प्रदेश कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
बता दें कि इस घटना के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। मामले में SDM, लेखपाल, SHO, 15 पुलिसकर्मियों समेत कई के खिलाफ हत्या व कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
यह भी पढ़ें |
कानपुर में बुलडोजर एक्शन के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत, SDM, SHO सहित कई के खिलाफ केस, जानिये पूरा मामला
पीड़ित परिवार ने मंगलवार सुबह मांग की है कि जब तक मुख्यमंत्री या डिप्टी सीएम नही आएंगे, तक हम शव नहीं उठाएंगे। इसके साथ ही बुलडोजर चलाने वाले अफसरों को शीघ्र गिरफ्तार करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के मुताबिक कानपुर देहात की मैथा तहसील के एक गांव में अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान एक झोपड़ी में आग लग गई। जिससे 45 वर्षीय प्रमिला दीक्षित और उसकी 21 वर्षीय बेटी नेहा की जलकर मौत हो गई। प्रशासनिक अधिकारी यहां रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में “ग्राम समाज” की भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे। मृतक मां प्रमिला और बेटी की मौत के साथ ही पति कृष्ण गोपाल दीक्षित भी बुरी तरह से झुलस गए। इस घटना के बाद से भारी बवाल मचा हुआ है।