लखनऊ: राज्यपाल राम नाईक ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया याद

डीएन ब्यूरो

आज पूरे देश में वेदों के ज्ञाता और महान दार्शनिक स्‍वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जा रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी स्वामी विवेकानंद की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। लखनऊ के अमीनाबाद स्थित झंडेवाला पार्क में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर राज्यपाल राम नाईक ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।



लखनऊ: आज पूरे देश में वेदों के ज्ञाता और महान दार्शनिक स्‍वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जा रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी स्वामी विवेकानंद की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। लखनऊ के अमीनाबाद स्थित झंडेवाला पार्क में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर राज्यपाल राम नाईक ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। 

 

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इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कानून मंत्री बृजेश पाठक और चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद रहे। प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद ज्यपाल राम नाईक ने कहा कि 1893 में जब देश गुलामी की जंजीरों में बुरी तरह जकड़ा हुआ था, उस समय देश और समाज को स्वामी विवेकानंद के रूप में एक महान समाज सुधारक मिला। जिन्होंने अमेरिका में हुए सर्व धर्म सम्मेलन में भारतीय संस्कृति को पूरी दुनिया के सामने रखा। उस समय दुनिया ने भारतीय संस्कृति के बारे में जाना और समझा।

 

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राज्यपाल राम नाईक ने बताया कि स्वामी मात्र 30 साल की उम्र में ही शिकागो में हुए सर्व धर्म सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने पहुंचे थे। जहां उन्होंने भारतीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर एक बड़ी पहचान दिलाई। यही कारण है कि स्वामी के जन्मदिन को युवा दिवस के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है।  साथ ही उन्होंने बताया कि स्वामी द्वारा बताए गए विचार आज भी प्रासंगिक हैं और उनके विचारों को अपने अपनी दिनचर्या में शामिल कर देश का प्रत्येक युवा देश को उन्नति के मार्ग पर ले जा सकता है।
 










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