लखनऊ: पुलिसकर्मियों का तनाव दूर करने के लिए यूपी पुलिस ने शुरू की नई पहल
यूपी पुलिस ने बिजनौर और गाजियाबाद में पुलिसकर्मियों द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद एक नई पहल शुरू करते हुए बाराबंकी और कानपुर जिले में पुलिसकर्मियों को अवकाश दिए जाने का फैसला किया है। हालांकि अभी इस पहल को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस में पुलिसकर्मियों का तनाव दूर करने के लिए यूपी के बाराबंकी और कानपुर जिले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पुलिसकर्मियों को अवकाश देने का निर्णय लिया है। दरअसल दिन रात काम लगातार काम के दबाव के कारण पुलिस की कार्यक्षमता तो प्रभावित ही होती है साथ ही मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी गड़बड़ा जाता है। इसी को देखते हुए प्रदेश की सरकार यह बड़ा कदम उठाया है।
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इस संबंध में आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि पुलिसकर्मियों का तनाव दूर करने के लिए फिलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। इसके बेहतर परिणाम मिलने पर इसे प्रदेश के बाकी जिलों में भी लागू किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों का तनाव दूर करने के लिए जिलों में स्थित विश्वविद्यालयों के मनोवैज्ञानिकों की मदद ली जाएगी।
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उन्होंने कहा दरअसल मनोवैज्ञानिक पुलिसकर्मियों से बातचीत कर उनका व्यवहार समझने की कोशिश करेंगे और और उसकी रिपोर्ट संबंधित पुलिस कप्तान को देंगे। जिससे समय रहते पुलिस कर्मचारियों की परेशानियों को समझ कर उन्हें दूर करने की कोशिश की जाएगी।
हालांकि उन्होंने आत्महत्या की वजह केवल अवकाश ना मिलना मानने से इनकार करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों के तनाव की दूसरी कई वजहें भी हो सकती हैं। वह उनके व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी हुई भी हो सकती हैं।
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हालांकि प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को किसी भी तरह से पटरी पर लाने में लगी है। इसी क्रम में इसे शुरू किया जा रहा है ऐसा लगता है। आने वाले समय में यूपी पुलिस की यह कवायद कितना रंग लाएगी यह तो पायलट प्रोजेक्ट के नतीजे आने के बाद ही पता चल पाएगा।