वीडियो: ये पुलिस वाला क्या जबर्दस्त गाता है, सुनकर देखिए.. मम्मी कसम, फैन हो जाएंगे..
सीनियर सब-इंस्पेक्टर दिनेश सिंह न केवल फिल्मी गाने सुनने के शौकीन हैं बल्कि बहुत अच्छा गाते भी हैं। ड्यूटी के बाद तनाव दूर करने के लिए गाते हैं। वे गा रहे हैं...मेरा जीवन कोरा कागज़ कोरा ही रह गया, जो लिखा था आंसुओं के संग बह गया..सुनिए और लुत्फ उठाइए। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..
लखनऊ: आम लोगों के लिए एक पुलिस वाले की छवि कैसी होती है? ऐसा अफसर जो बेहद कड़क हो। बच्चों पर हद से ज्यादा अनुशासन थोपता हो और परिवार के सदस्यों में उसका खौफ़ हो। न के बराबर टीवी देखता होगा! और गाने! गाने तो बुलकुल नहीं सुनता होगा! उसके पास मधुर आवाज़ होगी, ऐसी उम्मीद तो की ही नहीं जा सकती!
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लेकिन लखनऊ के जिस अफसर की बात हम कर रहे हैं वे अपने खाली समय में न केवल गाने सुनते हें बल्कि बहुत अच्छा गाते भी हैं। इस कड़क पुलिस अफसर के पास इतनी मधुर आवाज़ है कि सुनकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। एक बार सुन लीजिए। मम्मी कसम, फैन हो जाएंगे!
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इनका नाम दिनेश सिंह है। लखनऊ के गुडम्बा थाने में सीनियर सब-इंस्पेक्टर हैं। वही गुडम्बा थाना जहां का एसएचओ बेहद बेरहम है। हाल ही में एक मां यहां के एसएचओ के पास अपने बेटे की मौत की एफआईआर दर्ज करवाने आई थी। बहुत गिड़गिड़ाने के बाद भी एसएचओ ने एफआईआर नहीं लिखी।
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बड़ी विरोधाभासी बात है कि पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कुर्सी रोड पर बने गुडम्बा थाना को इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा देश के सबसे अच्छे 3 थानों में चुना गया था। इसके लिए गुडम्बा थाने के एसएचओ को पिछले वर्ष 6 जनवरी को मध्य प्रदेश में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित भी किया गया था। ये भी विरोधाभासी बात है कि इसी थाने में दिनेश सिंह सीनियर सब-इंस्पेक्टर हैं।
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आम जन में पुलिस वालों की छवि बेहद बेरहम इनसान की होती है। बिलकुल गुडम्बा थाना के एसएचओ की तरह लेकिन सीनियर सब-इंस्पेक्टर दिनेश सिंह इसके उलट हैं। कम से कम ड्यूटी के बाद तो वे ऐसे बिलकुल नहीं लगते! दिनेश सिंह न केवल फिल्मी गाने सुनते हैं बल्कि बहुत मधुर गाते भी हैं। खास बात यह है कि यह उनका शौक है। ड्यूटी के बाद तनाव दूर करने के लिए गाते हैं और शौक-शौक में भी वे इतना बढ़िया गा लेते हैं कि बॉलिवुड के तमाम गायक और इंडियन आइडल उनके आगे फेल हो जाएं। पुरानी फिल्मों के गाने उनकी आवाज़ में ताज़ा हो जाते हैं।
वे गा रहे हैं...मेरा जीवन कोरा कागज़ कोरा ही रह गया, जो लिखा था आंसुओं के संग बह गया...सुनिए और लुत्फ उठाइए!