लखनऊ: जनता को मानवाधिकारों के प्रति जागरूक बनाने में जुटी यूथ फॉर ह्यूमन राइट्स इंडिया
यूथ फॉर ह्यूमन राइट्स इंडिया नामक संस्था समाज को मानवाधिकारों के प्रति जागरूक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। पूरी खबर..
लखनऊ: आज जिस तरह से समाज में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है, उससे समाज के लोग मानसिक रूप से भी प्रताड़ित हो रहे हैं। ऐसे में लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक और शिक्षित करने का काम यूथ फॉर ह्यूमन राइट्स इंडिया नाम की एक संस्था कर रही है।
यह संस्था बच्चों और नौजवानों में मानवाधिकार की अलख जगाने में जुटी हुई है, जिससे मानवाधिकारों के प्रति जागरुकता फैलाई जा सके और दुनिया में अमन-चैन का संदेश दिया जा सके। यह बातें समाजसेवी डॉ अर्जुमंद जैदी ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि यूथ फॉर ह्यूमन राइट्स इंडिया पिछले कई वर्षों से मानवाधिकारों पर कार्य कर रही है, जिसका उद्देश्य यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सल डेक्लरेंशन अॉफ ह्यूमन राइट्स का प्रचार-प्रसार करना है।
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प्रेस वार्ता में डॉ जैदी ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी दक्षिण एशिया मानवाधिकार शिखर सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में किया गया था, जिसमें केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के साथ कई देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि यूथ फॉर ह्यूमन राइट्स इंडिया समय-समय पर स्कूल कॉलेजों में मानवाधिकारों को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती है। जिससे छात्र मानवाधिकार के क्षेत्र में प्रशिक्षित हो कर शांति का पैगाम दुनिया को दे सकें। यूनाइटेड नेशंस की गाइडलाइंस का जिक्र करते हुए डॉ अर्जुमंद ने कहा कि मानवाधिकार के प्रति जागरुकता ही दुनिया को शांति प्रदान कर सकती हैं और विश्वगुरु भारत ही इसका संदेश संसार को दे सकता है।
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