मध्य प्रदेश: रीवा के सिविल लाइंस थाने में उप निरीक्षक ने अपने वरिष्ठ अधिकारी को गोली मारकर घायल किया, गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

मध्य प्रदेश में रीवा शहर के सिविल लाइंस थाने में बृहस्पतिवार दोपहर को एक उपनिरीक्षक ने कथित तौर पर अपने वरिष्ठ अधिकारी को गोली मारकर घायल कर दिया। बाद में शाम को आरोपी उपनिरीक्षक को दो पिस्तौल एवं 18 गोलियों के साथ पकड़ लिया गया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि उपनिरीक्षक बी आर सिंह (52) ने कथित तौर पर नशे के हालत में सिविल लाइंस थाने के प्रभारी निरीक्षक हितेंद्र नाथ शर्मा (40) पर दोपहर करीब तीन बजे गोली चला दी जो उनके बाएं फेफड़े में लगी और वह घायल हो गए। अधिकारी ने बताया कि शर्मा को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर है और डॉक्टरों की एक टीम उनका इलाज करने के लिए भोपाल से आई है।

गिरफ्तार (फाइल)
गिरफ्तार (फाइल)


रीवा: मध्य प्रदेश में रीवा शहर के सिविल लाइंस थाने में बृहस्पतिवार दोपहर को एक उपनिरीक्षक ने कथित तौर पर अपने वरिष्ठ अधिकारी को गोली मारकर घायल कर दिया। बाद में शाम को आरोपी उपनिरीक्षक को दो पिस्तौल एवं 18 गोलियों के साथ पकड़ लिया गया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि उपनिरीक्षक बी आर सिंह (52) ने कथित तौर पर नशे के हालत में सिविल लाइंस थाने के प्रभारी निरीक्षक हितेंद्र नाथ शर्मा (40) पर दोपहर करीब तीन बजे गोली चला दी जो उनके बाएं फेफड़े में लगी और वह घायल हो गए। अधिकारी ने बताया कि शर्मा को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर है और डॉक्टरों की एक टीम उनका इलाज करने के लिए भोपाल से आई है।

पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से दो पिस्तौल मिली हैं। एक उसकी सर्विस पिस्तौल है और दूसरी उसकी निजी लाइसेंस प्राप्त पिस्तौल है। उसने चार गोलियां चलाईं। इनमें से निरीक्षक शर्मा पर एक गोली लगी और तीन गोलियां कमरे में इधर-उधर लगी। उस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।’’

उन्होंने कहा कि सिंह की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है और इससे पता चलेगा कि उसने शराब पी रखी थी या नहीं। उन्होंने कहा कि शर्मा के इलाज के लिए डॉक्टरों की एक टीम भोपाल से यहां पहुंच गई है और दूसरी टीम जल्द ही पहुंचेगी।

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इससे पहले, पहचान उजागर न करने की शर्त पर एक पुलिसकर्मी ने कहा कि सिंह ने दोपहर करीब तीन बजे गोली चलाने से पहले शर्मा को 'पुलिस लाइन' (गैर-मैदानी ड्यूटी के लिए शब्दावली, आम तौर पर सजा का एक रूप) में स्थानांतरित करने के बारे में कुछ कहा।

इस कर्मी ने बताया कि सिंह को पुलिस लाइन में स्थानांतरित करने का लिखित आदेश नहीं आया था, हालांकि उन्हें मौखिक रूप से सूचित किया गया था।

अधिकारी ने दावा किया कि सिंह को शर्मा से आदेश लेने में नाराजगी थी। बृहस्पतिवार को वह चार दिनों के बाद काम पर आए थे और सीधे निरीक्षक के कक्ष में प्रवेश कर गए।

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अधिकारियों ने कहा कि कक्ष को बंद कर दिया ताकि सिंह बाहर न निकलें क्योंकि ऐसी आशंका थी कि वह सहकर्मियों पर गोली चला सकते थे क्योंकि वह गुस्से में और नशे में थे।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, घटनास्थल पर मीडियाकर्मियों की भीड़ थी और सिंह उनसे बात कर सकते थे।

 










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