महराजगंज: BJP सांसद जयप्रकाश निषाद की घोषणाएं हुईं हवाई, रेप व हत्या के मामले में पीड़ित परिजनों से किये थे कई बड़े वादे, लेकिन अब सब कुछ भूले नेताजी
कुछ नेता मौके की नजाकत को भांपते हुए कैसे आम लोगों की भावनाओं के खेल खेलते हैं, इसका एक बड़ा उदाहरण महराजगंज जनपद में सामने आया है। यहां एक नाबालिग लड़की की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। भाजपा से राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद ने पीड़ित परिवार के घावों पर मरहम लगाने के लिये कई वादे किये लेकिन घाव अभी सूखे भी न थे की नेताजी अपने वादे भूल गये। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
महराजगंज: मौके की नजाकत को देखते हुए नेता किस तरह वादे करते और भूल जाते हैं, इसका एक ताजा उदाहरण महराजगंज में देखने को मिला है। जब यह वादा किसी गंभीर मामले और भावनाओं से जुड़ा हो तो इस तरह की भूल को नेता द्वारा किसी के साथ छलावा करना ही कहा जा सकता है। किसी पीड़ित और दुखी परिवार से बड़े वादे करने और बाद में उसे भूलने का यह मामला भाजपा के राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद से जुड़ा हुआ है। यह कहानी नेताओं के उस चरित्र को भी उजागार करती है, जिस कारण जनता का उनसे भरोसा उठता जा रहा है।
महराजगंज जिले के पुरंदरपुर थाना के अंतर्गत आने वाले एक गाँव में लगभग 6 महीने पहले 22 जनवरी 2021 को एक नाबालिक लडक़ी के साथ कुछ दरिंदों ने पहले दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और बाद में लड़की की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। यह मामला तब सुर्खियों में छाया रहा। पुलिस ने बाद में इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले दरिंदे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब आरोपी पर जेल में है और उस पर रासुका के तहत भी कार्रवाई हो रही है।
नाबालिग लड़की से रेप और हत्या की यह वारदात जब सुर्खियों में थी तो उस दौरान पीडित परिजनों के दर्द को बांटने के और उन्हें सान्त्वना देने भाजपा से राज्यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद भी पहुंचे। जय प्रकाश निषाद अपने लावा लश्कर के पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे।
पीड़ित परिवार वालों के हरे जख्मों पर मरहम लगाते हुए जय प्रकाश निषाद ने तब पीड़ित परिवार को रानी लक्ष्मीबाई योजना से आर्थिक मदद समेत पीएम आवास दिलवाने, दस लाख की आर्थिक मदद का वादा किया था। सांसद ने तब पीड़ित परिवार को हर दुख-सुख में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया था। लेकिन बीतते वक्त के साथ नेताजी के सारे वादे हवा हवाई हो गये।
पीड़ित परिजनों से जय प्रकाश निषाद की इस मुलाकात को 6 माह हो चुके हैं। पीड़ित परिवार का दर्द कितना कम हुआ, इसका किसी को कुछ पता नहीं लेकिन नेताजी ने पीड़ितों से जो घोषणाएं की थीं, इसकी जानकारी हर किसी को है। क्योंकि नेताजी के ये आश्वासन भी जघन्य घटना की तरह अखबार की सुर्खियां बनी थीं। लेकिन पीड़ित परिवार मदद के नाम पर झूठे वादे के अलावा अब तक कुछ नहीं मिला।
नेताजी की मदद की घोषणा से पीड़ित परिजनों को नया दर्द सालता जा रहा है, वे ये सोचने पर मजबूर है कि आखिर नेताजी ने उनकी भावनाओं से खेला ही क्यों था? उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा कि आखिर क्यों झूठी मदद का आश्सवासन उन्हें दिया गया। मृतिका के परिजनों का नेताओं से विश्वास उठता जा रहा है और वे दर-दर भटकने को मजबूर है।
बता दें कि दुष्कर्म औऱ हत्या के इस जघन्य मामले में 6 में से दो मुख्य आरोपियो पर अभी कल ही एसपी प्रदीप गुप्ता रासुका लगाया है। मामले के सभी आरोपी जेल में है।