महराजगंज: नवागत एसपी का पहला शिकार बने मिठौरा चौकी इंचार्ज केके गुप्ता
नवागत एसपी प्रदीप गुप्ता जिले की कमान संभालते ही विभाग की 'सफाई' में जुट गये हैं। डाइनामाइट न्यूज के साथ अपने पहले इंटरव्यू में एसपी ने जिन बातों का ऐलान किया था, शीघ्रता के साथ उन पर अमल भी शुरू कर दिया है..डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट..
महराजगंज: जिले के कप्तान का पदभार ग्रहण करने के शीघ्र बाद डाइनामाइट न्यूज को दिये इंटरव्यू में एसपी प्रदीप गुप्ता ने अपने भ्रष्टाटाचार और अपराध को लेकर अपनी जिस जीरो टोलरेंस नीति और जनता के विश्वास को बनाये रखने का ऐलान किया था, उस पर उन्होंने तेजी के साथ अमल भी कर दिया है।
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: दो पुजारियों के हत्याकांड में पुलिस कप्तान ने की थानेदार पर बड़ी कार्रवाई, विभाग में हड़कंप, जानिये पूरा मामला
पदभार संभालने के दूसरे दिन एसपी प्रदीप गुप्ता ने अपने कार्यालय में जनता की शिकायत सुनने के बाद मिठौर चौकी इंचार्ज कृष्ण कांत गुप्ता को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। उन पर मारपीट के एक मामले जबरन सुलह कराने और ड्यूटी में लापरवाही के आरोपों में यह सजा सुनाई गई।
अपने कार्यालय में जनता की शिकायत सुनने के दौरान मिठौरा क्षेत्र का एक फरियादी अपनी बेटी व परिवार के साथ एसपी के सामने हाजिर हुआ। उसने चौकी इंचार्ज की करतूत का खुलासा किया। चौकी इंचार्ज पर मारपीट के केस में कार्यवाही करने के बजाय सुलह सपाटा कर पीड़ित को घर भेजने का आरोप लगाया गया।
एसपी ने फरियादी की शिकायत को गंभीरता पूर्वक लेते हुए मिठौरा चौकी प्रभारी केके गुप्ता को फोन कर मामले की जानकारी ली। इसके बाद चौकी इंचार्ज को मामले में दोषी पाये जाने के बाद लाईन हाजिर करने का फरमान एसपी ने जारी कर दिया।