महराजगंज: खेत में मारा गया मासूम लौटा जिंदा, सामने आयी एक घिनौनी कहानी
महराजगंज के कोठीभार थाने के बैजनाथपुर गांव में एक दबंग 4 साल के मासूम को गन्ने के खेत में ले गया और उसका गला बांधकर रस्सी को तब तक कसता रहा, जब तक कि मासूम की मौत न हो जाये। मासूम की सांसे बंद होने के बाद दबंग उसकी मौत को सुनिश्चित करने के बाद निश्चिंत होकर घर लौट आया।
महराजगंज: कोठीभार थाने के बैजनाथपुर गांव में एक दबंग 4 साल के मासूम को गन्ने के खेत में ले गया और उसका गला बांधकर रस्सी को तब तक कसता रहा जब तक कि मासूम की मौत न हो जाये। मासूम की सांसे बंद होने के बाद दबंग उसकी मौत को सुनिश्चित करने के बाद निश्चिंत होकर घर लौट आया।
इस कहानी में दो मासूम को मार डालने की दबंग की इस साजिश में कुछ घंटों बाद नया मोड़ आया। दबंग रोशन चौधरी जिस 4 साल के शरताज अली नामक मासूम को गन्ने के खेत में मृतक समझकर आया था, वहीं मासूम कूदरत के करिश्में के कारण जिंदा हो उठा। दरअसल शरताज अली रस्सी से गला घोटने के कारण खेत में बेहोश हो गया था। 18 मार्च को गला घोटने के कुछ देर बाद शरताज को होश आया और वह रोता-बिलखते हुए अपनी माँ के पास पहुंचा। माँ को आप बीती सुनाने पर रोशन चौधरी की हैवानियत सामने आयी।
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इस घटना के बाद जब मासूम शरताज के मां-बाप दबंग रोशन चौधरी के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखाने के लिये गये तो पुलिस का एक नया चेहरा सामने आया। शरताज के मां-बाप का आरोप है कि कोठीभार के थानेदार अरुण रॉय ने उनसे इस मामले में 1500-2000 रुपये की मांग की। रूपये न देने पर पुलिस मामले को दबाने में जुट गयी। थाने से न्याय न मिलने पर पीड़ित परिवार एसपी महराजगंज के पास गया, जिसके बाद एसपी ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
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