Uttar Pradesh: यूपी में जादू और झाड़-फूंक से जिंदा कराने के लिये कब्र से निकाला नाबालिग का शव, जानिये क्या हुआ आगे

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद में कुछ लोगों ने कब्र से नाबालिग के शव निकलवाया और उसे झाड़-फूंक से जिंदा करने का दावा किया। इन लोगों को उनकी ये हरकत बेहद महंगी साबित हुई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



महराजगंज:  झाड़ फूँक और जादू के जरिये से मरे हुए लोगो को जिंदा करने का दावा क्या कभी सत्य हो सकता है? लेकिन अंधविश्वास में जीने वाले लोग हर असंभव चीज को भी मुमकिन मान लेते हैं। ऐसा दावा करना और भ्रामक दावों पर अमल करना हर किसी के लिये घातक होता है। ऐसा ही एक मामला महराजगंज में सामने आया है, जहां ऐसा दावा करने और दावों पर अमल करने वाले दोनों पक्ष से जुड़े पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सभी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस द्वारा इन आरोपियों की गिरफ्तारी अंधविश्वास पर यकीन रखने वालों के लिये बड़ा सबक और चेतावनी भी है।  

महराजगंज पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि कुछ अंधविश्वासी लोगों ने गत दिनों एक नाबालिग के शव को कब्र से निकलवाया और झाड़-फूंक से उसे जिंदा करने का दावा किया था। स्वाभाविक है कि बच्चा जिंदा नहीं हुआ, जिसके बाद आरोपियों ने फिर बच्चे के शव को कब्र में दफना दिया। इस घटना का वीडियो भी बनाकर वायरल किया गया। इस गैंग के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।  

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार गत दिनों फरेंदा के गणेशपुर ढाला के पास स्थित अशोक गौड़ के घर पर कुछ लोग एकत्रित होकर झाड़-फूंक कर रहे थे। ये लोग झाड़ फूँक के माध्यम से मरे हुए लोगों को जिंदा कराने में अंधविश्वास करते थे। वहां शामिल भीड़ में कुछ महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस तक यह मामला पहुंचा था।

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पुलिस पूछताछ में इन लोगो ने बताया कि कुछ दिन पूर्व अशोक गौड़ के लड़के (शिवम उर्फ राज उम्र करीब 09 वर्ष) की मृत्यु हो गई थी। मृत्यु के बाद बच्चे के शव जंगल में दफनाया गया था। जिसके झाड़-फूंक करने वाली एक महिला, जिसका नाम उषा है, ने बताया कि मैंने तुम्हारे बच्चे को जादू टोना करके मार दिया है। उसने दावा किया कि वह जादू से बच्चे को कब्र से बाहर निकालकर जिंदा कर देगी।

महिला के दावे मृतक के परिजनों व अन्य लोगों को यकीन हो गया, जिसके बाद उषा द्वारा मृतक शिवम कि लाश को कब्र से बाहर निकाला गया। महिला ने निर्वस्त्र खड़ी होकर शव के सामने पूजा पाठ किया। बच्चा जब जीवित न हुआ तो शव को पुनः कब्र में दफना दिया गया। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।

एसपी के आदेश पर पुलिस गणेशपुर रेलवे क्रॉसिंग के उस स्थान पर पहुंची, जहां का यह दृश्य था और वायरल वीडियो में दिखायी दे रहा था। पुलिस ने पूछताछ के बाद जनता द्वारा दी गई सूचना पर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या- 236/21,धारा- 294, 297, 268, भादवी पंजीकृत कर लिया है। सभी को जेल भेज दिया गया है। 

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गिरफ्तार अभियुक्तों में अशोक कुमार पुत्र चंद्रिका, राजन पुत्र चंद्रबली, जानकी पुत्र राज बहादुर साहनी, उषा पत्नी जानकी और लीलावती पत्नी अशोक शामिल हैं। सभी आरोपी गणेशपुर थाना फरेन्दा जनपद महराजगंज निवासी हैं। 










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