महराजगंज: डॉक्‍टरों की बेरहमी, मेडिकल जांच के लिए तड़पता रहा घायल

डीएन ब्यूरो

जिले के पनियरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को रामपुर निवासी घायल मेडिकल जांच के लिए पहुंचा। आरोप है कि पहले डॉक्‍टरों का इंतजार फिर वहां तैनात चपरासी द्वारा फीस से अधिक रुपये की मांग की गई। हालांकि बाद में किसी तरह मेडिकल जांच कर दिया गया।



पनियरा (महराजगंज): जिले के पनियरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सकों में काम को लेकर लापरवाही की आज हद हो गई। आरोप है कि घायल युवक का मेडिकल जांच करने के बजाय डॉक्‍टर अपनी कुर्सी से नीचे उतरने को ही तैयार नहीं थे। जबकि घायल कराहता युवक जांच रिपोर्ट बनाने की गुहार लगाता रहा। 

यह भी पढ़ें: महराजगंज: नेशनल हाइवे Vs बाई-पास, कुछ सुलगते सवाल..

वहीं जब डॉक्‍टर साहब का दिल पसीजा तो मेडिकल जांच रिपोर्ट बनाने के लिए चिकित्‍सक का चपरासी निर्धारित शुल्‍क से अधिक रुपये देने की मांग करने लगा। मामले की शिकायत संबंधित अधिकारी से की गई है। 

यह भी पढ़ें | मथुरा में ट्रक और ट्रैक्टर की टक्कर में तीन युवकों की मौत

रविवार को घायल रामपुर के विचित्र कुमार म‍हराजगंज के पनियरा प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र पर मेडिकल जांच के लिए पहुंचे। उन्‍होंने आरोप लगाया कि पहले तो उन्‍हें डॉक्‍टरों का काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। इमरजेंसी में काफी इंतजार के बाद जब डॉक्‍टर पहुंचे तो चिकित्‍सक का चपरासी मेडिकल जांच की फीस से अधिक रुपये की मांग करने लगा। युवक द्वारा अधिक पैसा देने से मना करने पर चपरासी वहां से चंपत हो गया लेकिन इसके बाद डॉक्‍टर ने भी घायल की मेडिकल जांच रिपोर्ट बनाने से मना कर दिया। 

यह भी पढ़ें: महराजगंज: गरीबों का हक खा रहा कोटेदार, जिलापूर्ति अधिकारी से शिकायत

हालांकि काफी हीला-हवाली के बाद डॉक्‍टर ने किसी तरह जांच करके मेडिकल रिपोर्ट बना दी। हालांकि इस लापरवाही के कारण घायल को काफी समय तक परेशान होना पड़ा। 

यह भी पढ़ें | महराजगंज: ट्रक की चपेट में आने से युवक गंभीर रूप से घायल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर

यह भी पढ़ें: महराजगंज: हाईवे निर्माण में मदमस्त इंजीनियर और ठेकेदार, बीच सड़क पेड़ गिरने से लगा रहा जाम

वहीं इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आदिदेव कश्यप ने कहा कि इस तरह के मामले की जानकारी नहीं है। यदि ऐसी कोई बात है तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्‍होंने कहा कि किसी को भी मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करने का कोई अधिकार नहीं है। हम डॉक्‍टरों के लिए अच्‍छा व्‍यवहार रखना चाहिए। 










संबंधित समाचार