महराजगंज: भ्रष्टाचार के दीमक से आंगनबाड़ी केंद्र पड़े बीमार, नौनिहालों को कैसे मिले कुपोषण से मुक्ति? पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की ये चौंकाने वाला खुलासा
जब आंगनबाड़ी केंद्र ही अपनी बदहाली पर आंसू बहाए तो वहां कैसे किसी बच्चे को कुपोषण से मुक्ति मिल सकत है। जनपद के आंगनवाड़ी केंद्र के किसी कमरे में भूषा भरा है तो कहीं आगनबाड़ी केंद्र खण्डहर में तब्दील हो गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
महराजगंज: एक तरफ योगी सरकार कड़ी मेहनत कर आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाखों रुपये खर्च कर रही है। इन आंगनबाड़ी केंद्रों पर नौनिहालों के स्वास्थ्य व शिक्षा में सुधार के साथ उन्हें कुपोषण से बचाने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन जब लापरवाह व भ्रष्ट अधिकारियों के कारण आंगनबाड़ी केंद्र खुद ही बीमार पड़ जाए तो भला वहां कैसे बच्चों को कुपोषण से मुक्ति मिल सकती है।
ऐसा ही एक चौकाने वाला मामला डाइनामाइट न्यूज़ की पड़ताल में सामने आया है।मामला जनपद के बृजमनगंज ब्लॉक के आगनबाड़ी केंद्र है, जो अपनी बदहाली पर बहा रहा आंसू बहा रहा है। इस केंद्र पर नौनिहालों के भविष्य के साथ जमकर खिलवाड़ हो रहा है।
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डाइनामाइट न्यूज टीम ने जब कुछ आंगनवाड़ी केंद्रों का सर्वे किया तो हैरान करने वाली सामने आई। जिले के बृजमनगंज ब्लॉक के कोल्हूई का आंगनबाड़ी केंद्र की फर्श उखड़े हुए है। इसकी दीवारें क्षतिग्रस्त है। कमरे में बदबूदार गंदगी का अंबार है। किचन देखकर यह सूअरबाड़े जैसा दिखता है।,मौके पर किसी आंगनबाड़ी कर्मचारी का अता-पता नहीं है।
डाइनामाइट न्यूज़ को कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कर्मचारी घर से ही तनख्वाह का आनंद ले रहे हैं और बच्चों के पोषाहार की भी जमकर बंदरबांट हो रही है। जब डाइनामाइट न्यूज़ टीम ब्लॉक के हरैया पंडित गांव के आगनबाड़ी केंद्र पहुंची तो नज़ारा देखकर दंग रह गई। इस केंद्र के कमरे में में भूषा भरा पाया गया, जो एक गंभीर मामला है।
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आंगनबाड़ी केंद्रों को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं कि आखिर सरकारी व्यवस्था व नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले ये कौन कौन से लोग है? क्या इन पर करवाई होगी?
डाइनामाइट न्यूज़ टीम ने जब खंड विकास अधिकारी श्वेता मिश्रा से इन सबके बारे में पूछा तो उन्होनें कहा मामले की जांच कर करवाई जायेगी। यदि आंगनबाड़ी लिस्ट में होगा तो इसका कायाकल्प करवाकर अच्छी वयवस्था करायी जायेगी।