30 साल में पहली बार किसी ने दी पंकज चौधरी को चुनौती, सांसद और जिला पंचायत अध्यक्ष में छिड़ी जंग
डाइनामाइट न्यूज़ पर इस समय जिले की सबसे बड़ी चौंकाने वाली खबर आ रही है। भाजपा सांसद पंकज चौधरी की कृपा से जिला पंचायत अध्यक्ष बनने वाले प्रभु दयाल चौहान ने उन्हीं के खिलाफ अचानक मोर्चा खोल दिया है। वजह बना है 13 करोड़ का टेंडर। पढ़िये एक्सक्लूसिव खोजी खबर सिर्फ डाइनामाइट न्यूज़ पर..
महराजगंज: महराजगंज के भाजपा सांसद पंकज चौधरी को उनके तीन दशक लंबे राजनीतिक करियर में पहली बार किसी ने भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर चुनौती दी है।
सनसनीखेज आरोप
डाइनामाइट न्यूज़ को दिये एक्सक्लूसिव इंटरव्यू (देखें वीडियो) में प्रभुदयाल ने कहा कि बीते अक्टूबर महीने में जिला पंचायत में 13 करोड़ का टेंडर निकाला गया था। इसमें जमकर धांधली की गयी थी और सरकारी धन को लूटने की साजिश रची गयी थी। जो कार्य बहुत पहले हो चुके थे और उनके भुगतान भी हो चुके थे, उन्हीं जगहों पर दुबारा काम कराने का टेंडर निकालकर सरकारी धन को लुटने की साजिश रची गयी थी।
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ठेकेदार सुशील श्रीवास्तव हैं विवाद की वजह
उन्होंने बताया कि मुझे जिला पंचायत के कार्यवाहक अपर मुख्य अधिकारी चन्द्रशेखर सिंह ने सलाह दी थी कि टेंडर पर हस्ताक्षर आपके ही हैं और कुछ गलत हुआ तो आप ही फसेंगे। इसके बाद मैंने तत्काल इन टेंडरों को निरस्त कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद अपने चहेते ठेकेदार सुशील श्रीवास्तव को उक्त ठेके दिलाना चाहते थे।
झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है- जिला पंचायत अध्यक्ष
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प्रभुदयाल ने आरोप लगाया कि जबसे मैंने उक्त निविदाओं को निरस्त किया है तब से ही शासन-सत्ता का दुरुपयोग कर मुझे झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। मेरे फूफा को पांच दिन से जेल में बंद किया गया है। मेरे घर पर दबिश दी जा रही है। पुराने मामलों को बेवजह खोला जा रहा है। बिशुनपुरा गांव के निवासी विनोद पुत्र फेकू गुप्ता के नाम से एक झूठी शिकायत कराकर मेरे ऊपर साईकिल छिनैती का आरोप लगा दिया गया। जब मैं इस बारे में एसडीएम निचलौल और कोठीभार के थानेदार से पूछता हूं तो ये लोग कहते हैं कि सांसद से जाकर मिल लो, हम लोगों पर ऊपर से दबाव है।
नही चढ़ने दिया गया सीएम के मंच पर- प्रभुदयाल
प्रभुदयाल ने डाइनामाइट न्यूज़ (देखें वीडियो) को बताया कि आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा महराजगंज में थी, मैं भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष हूं, जैसे ही मैं मंच पर जाने लगा तभी सीओ, कोठीभार एसओ मनीष सिंह और चौकी इंचार्ज ज्ञानेन्द्र राय ने जाने से रोक दिया और बदसलूकी करते हुए कहा कि आपका नाम लिस्ट में नही है इसलिए आप मंच पर नही जायेंगे।
सीएम तक पहुंचाना चाहता हूं टेंडर घोटाले का मामला
प्रभुदयाल ने कहा कि वे सीएम योगी आदित्यनाथ को 13 करोड़ की लूट की साजिश से अवगच कराना चाहते थे इसी कारण से उनको मंच पर नही चढ़ने दिया गया।
किंगमेकर के रुप में है पहचान
पूर्वांचल की राजनीति में किंगमेकर के रुप में अपनी पहचान रखने वाले पंकज को इस बार चुनौती उनके घर के ही भीतर से मिली है।
सांसद की कृपा से बने अध्यक्ष
पंकज की कृपा से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर पहुंचने वाले उन्हीं की पार्टी के प्रभु दयाल चौहान ने सांसद से सीधा लोहा ले लिया है।
कुछ ने कहा भस्मासुर
यह सच है कि अगर पंकज नही चाहते तो प्रभुदयाल कभी भी इस कुर्सी तक नही पहुंच पाते। 7 जनवरी 2016 को सपा सरकार में काफी बवाल के बाद सांसद ने अपने चहेते को इस कुर्सी पर काबिज कराया था। सांसद के कई समर्थकों ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में प्रभुदयाल को भस्मासुर करार दिया।
22 साल से पंकज का है दबदबा
सरकार यूपी में चाहे किसी की हो वर्ष 1995 से लगातार महराजगंज जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर सांसद की पसंद का ही व्यक्ति बैठा है। पहले इस कुर्सी पर पंकज के भाई प्रदीप चौधरी फिर मां श्रीमती उज्जवला चौधरी बैठीं। इसके बाद जब सीट 2010 में अनुसूचित महिला हुई तो भाजपा कार्यकर्ता नंदलाल अंबेडकर की पत्नी को सांसद ने जीतवाकर अपनी पसंद बरकरार रखी। 2015 में पिछड़े वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने के बाद सांसद ने वार्ड 47, सिसवा क्षेत्र से जीतकर आये प्रभुदयाल को विपरित हालात के बावजूद जीता दिया।
कहीं बिचौलियों ने तो नही पैदा की खाई
डाइनामाइट न्यूज़ ने जब इस बारे में कई लोगों से बात की तो पता चला कि सांसद कच्चे घोड़ों पर दांव नही लगाते, पहले दोनों के बीच काफी अच्छे संबंध थे लेकिन कुछ बिचौलियों ने सांसद का कान भरकर दोनों के बीच खाई पैदा कर दी। अब नतीजा सबसे सामने है।
साफ सुथरी छवि है सांसद की
तीन दशक लंबे राजनीतिक करियर में पंकज पहली बार 1991 में सांसद चुने गये थे। इसके बाद 1996, 1998, 2004 और 2014 में कुल पांच बार सांसद चुने गये। आज तक उन पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नही है। मृदुभाषी व मिलनसार व्यक्तित्व के पंकज चौधरी को इस बार मिली चुनौती काफी गंभीर है अब देखना दिलचस्प होगा कि आगे ऊंट किस करवट बैठता है?
प्रभुदयाल प्रकरण घरेलू मामला, मिल बैठकर सुलझा लेंगे- सांसद
जब इस प्रकरण पर सांसद पंकज चौधरी से डाइनामाइट न्यूज़ ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभुदयाल चौहान से कोई विवाद नही है। यह घरेलू मामला है जिसे मिल-बैठकर सुलझा लिया जायेगा।
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