साल 2019 को वो बड़ी घटनाएं जिसने हिला दिया पूरा देश

डीएन ब्यूरो

साल 2019 में कई ऐसी घटनाएं घटी हैं, जिन्होनें पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इन घटनाओं के लिए साल 2019 को हमेशा याद किया जाएगा। जानिए साल 2019 की वो घटनाएं जो चर्चा में रहीं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ विशेष...

प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर


नई दिल्लीः साल 2019 खत्म होने में बस अब कुछ ही घंटे बचे हुए हैं। ये साल किसी के लिए बहुत अच्छा रहा तो किसी के लिए बेहद ही खराब। इसी सिलसिले में ये साल हमारे देश के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। आइए साल खत्म होने से पहले एक नजर डालते हैं कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं पर।

1. साल की शुरूआत में बिहार के मुजफ्फरपुर में एक शेल्टर होम चलाने वाले ब्रजेश ठाकुर नाम का एक सियासी दलाल का हैवानियत भरा चेहरा सामने आया। जो मासूम बच्चियों को ना सिर्फ अपना बल्कि अपने दोस्तों का भी शिकार बनाता था। 

2. साल 2019 का सबसे दर्दनाक और दिल दहला देने वाले पुलवामा अटैक अगर कोई चाहे भी तो नहीं भुला पाएगा। ये एक ऐसा हादसा था जिसमें हमारे देश के एक या दो नहीं बल्कि 40 जवान बेवक्त शहीद हो गए थें। 14 फरवरी को सुबह-सुबह जम्मू में सीआरपीएफ के ट्रांजिट कैंप से 78 गाडियों का एक काफिला निकला था, जिनमें करीब ढाई हजार जवान सवार थे। ये काफिला जब श्रीनगर के करीब पुलवामा पहुंचा। तभी एक एसयूवी गाड़ी सीआरपीएफ के काफिले के ठीक बीच तेजी से आई और दो बसों के बीच टकरा गई। जबरदस्त धमाका हुआ।

यह भी पढ़ें | Uttar Pradesh: ATS कमांडो ने गोली मारकर की आत्महत्या

3. 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले के12 दिन बाद इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के बालाकोट पर हमला किया था। 26 फरवरी की सुबह तड़के 3 बजे 12 मिराज फाइटर जेट ने पाकिस्तान के बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद के आतंकी ठिकानों पर धावा बोला। इस हमले में बड़ी तादाद में आतंकी मारे गए थें। वहीं इस एयर स्ट्राइक में भारत के विंग कमांडर अभिनंदन इमरजेंसी लैंडिंग करने के कारण पाकिस्तान चले गए थे, जहां से उन्हें कुछ ही दिनों के बाद वापस छोड़ दिया गया था। 

4. लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की उसी के दफ्तर में गला रेत कर हत्या कर दी गई। जांच के बाद ये बात सामने आई कि कमलेश तिवारी के कत्ल के तार गुजरात से जुड़े थे। कमलेश तिवारी के एक आपत्तिजनक बयान की वजह से उन लोगों ने कमलेश का कत्ल किया था।

5.9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्‍यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ ने अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले  पर अपना अंतिम फैसला सुनाते हुए राम मंदिर निर्माण के लिए आज्ञा दे दी।

यह भी पढ़ें | Lucknow: गोमती नदी में एक युवक ने लगाई छलांग, फिर हुआ कुछ ऐसा

6. 27 नवंबर को हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार कर हैवानियत की हदें पार करते हुए चार दरिंदों ने उसे आग के हवाले कर दिया। इस खबर के आते ही देश में गुस्सा भड़क गया और लोग सड़कों पर उतर आए।










संबंधित समाचार