विपक्षी एकता की चर्चाओं के बीच सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह से ममता ने किया खुद को अलग

डीएन ब्यूरो

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने जा रहे कांग्रेस नेता सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी और उनकी जगह पार्टी नेता काकोली घोष दस्तीदार इस कार्यक्रम में भाग लेंगी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

तृणमूल के नेता एवं राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ’ ब्रायन
तृणमूल के नेता एवं राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ’ ब्रायन


कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने जा रहे कांग्रेस नेता सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी और उनकी जगह पार्टी नेता काकोली घोष दस्तीदार इस कार्यक्रम में भाग लेंगी।

बनर्जी को बेंगलुरु में 20 मई को आयोजित होने वाले इस समारोह के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुग खरगे ने आमंत्रित किया था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तृणमूल के नेता एवं राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ’ ब्रायन ने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने वाले सिद्धरमैया और उनके अन्य साथियों ने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया। उन्होंने (ममता ने) अपनी शुभकामनाएं दीं और लोकसभा में तृणमूल की उपनेता कोकिला घोष दस्तीदार से इस समारोह में शामिल होने को कहा।’’

यह भी पढ़ें | ममता बनर्जी बोलीं- भाजपा 2024 में होगी सत्ता से बाहर, एकजुट होंगे सभी धर्मनिरपेक्ष दल

बनर्जी ने हाल में कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी कांग्रेस को उन जगहों पर समर्थन देगी, जहां वह मजबूत स्थिति में है। सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह में उनकी मौजूदगी को विपक्षी दलों की एकता के लिए अहम माना जा रहा था।

बनर्जी ने हाल में कहा था, ‘‘कांग्रेस जहां कहीं भी मजबूत है, वहां उसे लड़ने दीजिए। हम उसे समर्थन देंगे, इसमें कुछ गलत नहीं है, लेकिन उसे भी अन्य राजनीतिक दलों को समर्थन देना होगा।’’

कांग्रेस ने कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराकर शानदार जीत हासिल की, जिसके कुछ ही देर बाद बनर्जी ने यह बयान दिया था।

यह भी पढ़ें | Kolkata: ममता बनर्जी ने कोलकाता में शुरू की गंगा आरती

कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं।










संबंधित समाचार