मेरठ: नाबालिग छात्रा को बदनाम करने की साजिश के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
मेरठ पुलिस ने 16 वर्षीय एक छात्रा के किसी दूसरे समुदाय के एक नाबालिग लड़के के साथ एक कमरे में मिलने के बाद उसे बदनाम करने की साजिश रचने और उसका वीडियो सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मेरठ: मेरठ पुलिस ने 16 वर्षीय एक छात्रा के किसी दूसरे समुदाय के एक नाबालिग लड़के के साथ एक कमरे में मिलने के बाद उसे बदनाम करने की साजिश रचने और उसका वीडियो सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 469 (इलेक्ट्रॉनिक अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ कर किसी की मानहानि करना) और 505(एक) (दूसरे वर्ग के समुदाय के खिलाफ साजिश रचना और फर्जी खबर फैलाना) के तहत नौचंदी पुलिस थाने प्राथमिकी दर्ज की गई है।
नौचंदी थाना प्रभारी (एसएचओ) सुबोध कुमार सक्सेना ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ट्विटर एवं अन्य सोशल मीडिया मंचों पर छात्रा का वीडियो पोस्ट करने का मामला सामने आने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने बताया कि छात्रा यहां मेरठ के एक कोचिंग संस्थान में छात्र के साथ ही पढ़ती है।
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उसने बताया कि छात्रा की आयु 16 साल और छात्र की आयु करीब साढ़े 16 साल है।
उसने बताया कि छात्र के चाचा का एक मकान यहां है, जिसकी चाबी उसके पास ही रहती है।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार को दोनों नाबालिग छात्र-छात्रा इस मकान में आये थे और दोनों को यहां देखकर मोहल्ले के कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया, जिसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने बताया कि इस दौरान हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी भी वहां पहुंच गए और क्योंकि छात्र एवं छात्रा अलग-अलग संप्रदाय से संबंध रखते हैं, तो हिंदू जागरण मंच के सदस्यों ने घटना को ‘लव जिहाद’ बताकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
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इस बीच कुछ लोगों ने घटना का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
एसएचओ ने बताया कि घटना के बाद छात्रा के परिजन को बुलाया गया, जिन्होंने दोनों को सहपाठी बताते हुए किसी भी कार्रवाई से इनकार कर दिया।
एसएचओ ने बताया कि मामले की जांच जारी है और जांच के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।