मायावती का भाजपा पर हमला.. दलित विरोधी मानसिकता के चलते गेस्ट हाऊस कांड के जिम्मेदार आईपीएस को बनाया डीजीपी
राज्यसभा चुनाव में हार के बाद शुक्रवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा औऱ कहा कि भाजपा ने दलित विरोधी मानसिकता के तहत स्टेट गेस्ट हाऊस कांड की घटना के जिम्मेदार आईपीएस को राज्य का डीजीपी बनाकर अपनी दलित विरोधी मानसिकता को उजाकर कर दिया है। पूरी खबर..
लखनऊ: राज्यसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शुक्रवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने दलित विरोधी मानसिकता के तहत स्टेट गेस्ट हाऊस कांड की घटना के जिम्मेदार आईपीएस को राज्य का डीजीपी बनाकर अपनी दलित विरोधी मानसिकता को उजाकर कर दिया है।
यह भी पढ़ें |
Uttar Pradesh: बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा सरकार पर बोला नया हमला, जानिये क्या कहा
राजा भैया को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और इस मुद्दे पर एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अखिलेश भाजपा द्वारा बिछाई गई बिसात को भली प्रकार समझ नहीं पाये, इसी का नतीजा है कि बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर की हार का सामना करना पड़ा है।
इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाने साधते हुए कहा कि बसपा प्रत्याशी को चुनाव हराने के लिए मजबूत किलेबंदी करना इस बात का सबूत है कि भाजपा दलित वर्ग के हमेशा से खिलाफ रही है। वहीं उन्होंने इस मौके पर कांग्रेस के सभी सातों विधायकों द्वारा बसपा प्रत्याशी को वोट दिए जाने पर कांग्रेस नेतृत्व का आभार जताया।
यह भी पढ़ें |
नसीमुद्दीन सिद्दीकी का पलटवार.. लगाये मायावती पर कई गंभीर आऱोप, जारी किया सनसनीखेज आडियो टेप
वहीं इस दौरान गेस्ट हाउस विवाद पर बोलते उन्होंने कहा कि जब गेस्ट हाउस कांड हुआ था, उस समय अखिलेश यादव का राजनीति से दूर-दूर तक वास्ता नही था। जिस वजह से वो अखिलेश को गेस्ट हाउस कांड जैसी दुखद घटना के लिए जिम्मेदार नहीं मानती हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि किसी भी तरह सपा और बसपा का गठबंधन टूट जाये लेकिन भाजपा की ये चाल सफल नही होने वाली।
गोरखपुर और फूलपुर में सपा प्रत्याशी के जीतने पर कहा कि वह लोकसभा का चुनाव था। जिसमें जनता ने सीधे वोट दिया था। यदि राज्यसभा प्रत्याशी का चुनाव भी जनता द्वारा सीधे किया जाता तो नतीजे भाजपा की सोच के विपरीत होते।