हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश ने फिर कार्यभार संभाला

डीएन ब्यूरो

जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने बृहस्पतिवार को फिर से पदभार संभाल लिया। गुर्जर ने अपने निलंबन पर राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगाए जाने के बाद दोबारा कार्यभार संभाला।पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर
जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर


जयपुर: जयपुर हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने बृहस्पतिवार को फिर से पदभार संभाल लिया। गुर्जर ने अपने निलंबन पर राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगाए जाने के बाद दोबारा कार्यभार संभाला।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार  महापौर के पति सुशील गुर्जर के रिश्वत मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद राज्य सरकार ने पांच अगस्त को मुनेश को निलंबित कर दिया था। उन्होंने निलंबन को उच्च न्यायालय में चुनौती दी जिसने बुधवार को निलंबन आदेश पर रोक लगा दी थी।

महापौर बृहस्पतिवार को नगर निगम मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय पहुंचीं और अपने समर्थकों की मौजूदगी में काम शुरू किया।

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उच्च न्यायालय ने बुधवार को उनके निलंबन पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि प्रारंभिक जांच किए बिना निलंबन आदेश पारित नहीं किया जा सकता था। मुनेश ने भी निलंबन को अपने और अपने परिवार के खिलाफ एक ‘राजनीतिक साजिश’ करार दिया था।

महापौर के पति सुशील गुर्जर और दो कथित बिचौलियों - नारायण सिंह और अनिल दुबे - को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने चार अगस्त की रात कथित तौर पर दो लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

आरोप है कि यह रिश्वत परिवादी को पट्टा जारी करने के लिए ली गई। बाद में गुर्जर के घर की तलाशी के दौरान 40 लाख रुपये से अधिक की नकदी और पट्टे की फाइल बरामद हुई।

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स्वायत्त शासन विभाग ने अपने आदेश में कहा कि प्रथम दृष्टया महापौर की संदिग्ध भूमिका के मद्देनजर जांच पूरी होने तक उन्हें पद से निलंबित किया जाता है।

 










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