स्वास्थ्य अभियान में पांच करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत खाते खोले गये: सरकार
आयुष्मान भव अभियान के दौरान 4.4 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इस कार्ड के तहत प्रत्येक परिवार सूचीबद्ध अस्पतालों में प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकता है। डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक
नयी दिल्ली: आयुष्मान भव अभियान के दौरान 4.4 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इस कार्ड के तहत प्रत्येक परिवार सूचीबद्ध अस्पतालों में प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि जारी अभियान के तहत पांच करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (आभा) भी सृजित किये गये हैं।
मंत्रालय ने कहा कि यह 28 दिसंबर तक का आंकड़ा है।
फिलहाल जारी आयुष्मान भव अभियान के तहत 28 दिसंबर तक 13.8 लाख स्वास्थ्य मेलों के तहत आयोजित आयुष्मान आरोग्य मंदिर मेलों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेलों में 11 करोड़ से अधिक लोगों शिरकत की।
यह भी पढ़ें |
देवरिया: बैंकों से अपना ही पैसा न मिलने पर जनता में आक्रोश
इन मेलों में 9,21,783 स्वास्थ्य संबंधी, योग, ध्यान के साथ 1.02 करोड़ टेली परामर्श शामिल थे। इसके अलावा लगभग 6.4 करोड़ लोगों को निःशुल्क दवाएं दी गईं और 5.1 करोड़ लोगों को निःशुल्क निदान सेवाएं प्रदान की गईं।
साथ ही, 74,04,356 लोगों को आयुष सेवाएं दी गईं और 10,99,63,891 लोगों को जीवनशैली गतिविधियों के लिए परामर्श दिया गया।
मंत्रालय ने बताया कि 45,43,705 गर्भवती माताओं ने पहली तिमाही में पंजीकरण कराया और उनका पहला ‘एब्सोल्यूट न्यूट्रोफिल काउंट’ (एएनसी) परीक्षण पूरा किया गया और 29 लाख से अधिक माताओं और 49 लाख बच्चों का टीकाकरण किया गया।
इसने कहा कि 18.9 करोड़ लोगों की सात तरह की (टीबी, हाइपरटेंशन, मधुमेह, ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और मोतियाबिंद) जांच की गई।
यह भी पढ़ें |
आरबीआई ने चालू खाते का घाटे को लेकर जताई ये उम्मीद, जानिये गर्वनर ने क्या कहा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेलों में 1,54,41,950 लोगों का पंजीकरण किया गया। साथ ही 1.1 करोड़ मरीजों ने सामान्य ओपीडी से परामर्श लिया जबकि 49,67,675 मरीजों ने विशेषज्ञ ओपीडी से परामर्श लिया।
मंत्रालय ने कहा कि 28 दिसंबर तक के आंकड़ों के अनुसार, 38,309 बड़ी सर्जरी और 1,30,760 छोटी सर्जरी की गई हैं।