स्वामीनाथन को भारत रत्न से MSSRF गदगद, पीएम मोदी जताया आभार
एम एस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (एमएसएसआरएफ) ने मशहूर कृषि वैज्ञानिक एवं देश में हरित क्रांति के जनक डॉ एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किये जाने की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
चेन्नई: एम एस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (एमएसएसआरएफ) ने मशहूर कृषि वैज्ञानिक एवं देश में हरित क्रांति के जनक डॉ एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किये जाने की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार फाउंडेशन ने शुक्रवार को कहा कि यह कदम सभी के लिए खाद्य पोषण और आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करने के वास्ते उनकी कड़ी मेहनत के लिए एक बड़ी मान्यता है।
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फाउंडेशन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर शुक्रवार को मोदी की घोषणा को पोस्ट करते हुए एक पोस्ट में कहा, ‘‘एमएसएसआरएफ एमएस स्वामीनाथन को ‘भारत रत्न’ दिये जाने की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देता है।’’
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पोस्ट में कहा गया है, ‘‘यह सभी के लिए खाद्य पोषण और आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करने के उनके अथक परिश्रम के लिए एक बड़ी मान्यता है।’’
स्वामीनाथन का पिछले साल 28 सितंबर को 98 साल की उम्र में निधन हो गया था।
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एक राष्ट्र जो 1960 के दशक में अपने लोगों का भरण-पोषण करने के लिए अमेरिकी गेहूं पर निर्भर था, वह अपनी जरूरत से अधिक खाद्यान्न का उत्पादन करने वाले राष्ट्र के रूप में तब्दील हो गया और इसका श्रेय स्वामीनाथन को जाता है।
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स्वामीनाथन को गेहूं के अलावा, धान और आलू की उपज बढ़ाने में उनके योगदान के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने खेतीबाड़ी में नवीन तकनीकों को अपनाकर कृषि अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
स्वामीनाथन को 1987 में उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए प्रथम विश्व खाद्य पुरस्कार भी दिया गया था।